यह भी पढ़ें
पीएम मोदी ने भी Indian Politics की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री पर साधी चुप्पी
महीनों से नहीं हुई सफाई न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के वार्डों करीब एक दर्जन वाटर कूलर लगे हुए हैं। इनमें से अधिकांश वाटर कूलर भामाशाहों ने लगवा रखे हैं। जिनकी अस्पताल प्रशासन समय पर सफाई भी नहीं करवा पा रहा है। यहां लगे करीब-करीब सभी वाटर कूलरों की सफाई हुए महीने बीत गए। जिनके टेंक के पेंदे में काई की परत जमी हुई है। वही कई वाटर कूलरों की काई काली पड़ चुकी है। जिन वाटर कूलरों से ही मरीज तीमारदार पानी भर कर पी रहे हैं। यह भी पढ़ें
Indian Politics की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्रीः दीनदयाल उपाध्याय के सीने में दफन था भारतीय राजनीति का बड़ा राज
लाखों रुपए होते हैं सफाई पर खर्च न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था पर हॉस्पिटल प्रशासन लाखों रुपए खर्च करता है। अस्पताल के वार्डों, गैलरी, आेपीडी रूम आदि की रोजाना सफाई होती है, लेकिन वाटर कूलर की साफ-सफाई की ओर अस्पताल प्रशासन का बिलकुल भी ध्यान नहीं है। हालांकि इनके रखरखाव और सफाई पर भी हॉस्पिटल मैनेजमेंट मोटी रकम खर्च करने का दावा करता है। यह भी पढ़ें