नेशनल मेडिकल कमीशन-एनएमसी ने इसके लिए गजट-नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।गजट नोटिफिकेशन के अनुसार एज-क्राइटेरिया में किए गए परिवर्तन ने कई विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के होश उड़ा दिए हैं। विद्यार्थी को नए एज क्राइटेरिया के अनुसार परीक्षा वर्ष की 31 जनवरी तक 17 वर्ष की उम्र पूरी करने पर ही पात्रता मिलेगी, जबकि पिछले एज क्राइटेरिया के अनुसार विद्यार्थी परीक्षा वर्ष में 31 दिसंबर तक 17-वर्ष की उम्र पूर्ण करने पर भी नीट-यूजी परीक्षा में सम्मिलित होने का पात्र था। ऐसे में अब विद्यार्थी को 17 वर्ष की उम्र पूर्ण करने के लिए पहले की तुलना में 11 महीने कम मिलेंगे। नए एज-क्राइटेरिया के अनुसार जिन विद्यार्थियों की उम्र 31-जनवरी,2024 तक 17-वर्ष पूर्ण नहीं होगी, वे नीट-2024 में शामिल नहीं हो सकेंगे।
12वीं बोर्ड में अंक-प्रतिशत की कोई भूमिका समाप्त -नीट-यूजी के लिए जारी किए गए एलिजिबिलिटी-क्राइटेरिया के अनुसार 12वीं बोर्ड में अंक प्रतिशत की बाध्यता समाप्त कर दी गई है। अब 12वीं बोर्ड में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में ड्यूटी में सम्मिलित होने के पात्र होंगे।
695 मेडिकल संस्थान में 1.06 लाख एमबीबीएस सीटें नेशनल मेडिकल कमीशन एनएमसी की ओर से हाल ही में जारी किए गए एमबीबीएस सीटों के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में 695 मेडिकल संस्थानों में 1,06,333 एमबीबीएस सीटें उपलब्ध हैं, जबकि कोविड से पहले देश के 497 मेडिकल संस्थानों में 60,680 एमबीबीएस सीटें ही उपलब्ध थीं।
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नए एज-क्राइटेरिया के अनुसार जिन विद्यार्थियों की उम्र 31 जनवरी 2024 तक 17 वर्ष पूर्ण नहीं होगी, वे नीट-2024 में शामिल नहीं हो सकेंगे।