एजुकेशन एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार सीएसएबी काउंसलिंग में स्टूडेंट्स को एनआईटी-ट्रिपलआईटी सहित 98 संस्थानों की 567 कॉलेज ब्रांच च्वाइसेज को भरने का विकल्प दिया गया है। सीएसएबी के बाद एनआईटी-ट्रिपलआईटी के लिए अन्य कोई प्रवेश प्रक्रिया नहीं कराई जाएगी। इसलिए विद्यार्थी स्पेशल राउण्ड च्वाइस फिलिंग में अपनी रूचि के अनुसार ज्यादा से ज्यादा काॅलेज च्वाइसेज को भरें, क्योंकि वेबसाइट पर जारी सीट मैट्रिक्स अनुमानित है, इससे अधिक सीटों भी खाली रहती है।
साथ ही विद्यार्थी जिन्हें जोसा काउंसलिंग में किसी भी काॅलेज सीट का आवंटन हुआ था, यदि वो स्पेशल राउण्ड काउंसलिंग में भाग ले रहे हैं तो उन्हें अपनी मिली हुई सीट से बेहतर काॅलेज च्वाइस ही भरना चाहिए। क्योकि सीएसएबी काउन्सलिंग में सीट ना मिलने पर उनकी जोसा काउंसलिंग में आवंटित काॅलेज सीट ही पुनः आवंटित कर दी जाएगी।
ऐसे में इन स्टूडेंट्स को केवल उन्ही कॉलेज ब्रांचेज को अपनी प्राथमिकता सूचि में रखकर भरना चाहिए जो उनकी पूर्व में मिली जोसा कॉलेज सीट से बेहतर हो क्यकि यदि उन्हें सीएसएबी काउंसलिंग में नयी कॉलेज ब्रांच का आवंटन होता है तो उनकी पूर्व की जोसा सीट केन्सिल कर दी जाएगी एवं नयी मिली कॉलेज सीट ही फाइनल मानी जाएगी।
सीएसएबी काउंसलिंग में स्टूडेंट्स को एनआईटी-ट्रिपलआईटी सहित 98 संस्थानों की कुल 13466 सीटें के लिए 567 कॉलेज ब्रांच च्वाइसेज को भरने का विकल्प दिया गया है। इसमें 32 एनआईटी की 299 ब्रांच च्वाइसेज,26 ट्रिपलआईटी की 95 ब्रांच च्वाइसेज एवं 37 जीएफटीआई कि 173 ब्रांच च्वाइसेज शामिल हैं।