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कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने के लिए नगर विकास न्यास (यूआईटी) ने शंभूपुरा गांव के पास बूंदी जिले के जाखमुंड, रामपुरिया और तुलसा गांव की करीब 2745 बीघा जमीन चिन्हित की थी। जमीन की उपयोगिता जांचने के लिए एएआई की उच्च स्तरीय समिति ने 21 अगस्त को कोटा आकर व्यापक निरीक्षण किया। जमीन मुफीद लगी तो 20 नवंबर से 29 नवंबर तक टोटल सर्वे करने के लिए प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक सर्वे एसएस शेहरावत और जूनियर कंसलटेंट दिनेश सेलवा क ी टीम ने गहन निरीक्षण किया था।
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बैठक में मिली हरी झंडी दो सदस्यीय टीम ने 3.5 किमी की रनवे चिन्हित करने के साथ एयरपोर्ट की स्थापना में आने वाली सभी समस्याओं और मौजूदा सहूलियतों का व्यापक सर्वे किया। रिपोर्ट में कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की संभावनाएं साफ होते ही केंद्र और राजस्थान सरकार के प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक हुई। राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर बैठक में शामिल हुए जिला कलक्टर ओम कसेरा ने बताया कि एएआई ने प्रस्तावित हवाई अड्डे को सैद्धांतिक तौर पर तकनीकी सहमति दे दी है।
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शुरु हुई अगले चरण की तैयारी जिला कलक्टर ने बताया कि एएआई की सर्वे टीम 15 जनवरी तक विस्तृत सर्वे रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी जाएगी। जिसके आधार पर 30 जनवरी तक हवाई अड्डा तैयार करने के लिए जरूरी जमीन चिन्हित कर ली जाएगी। इसके बाद केंद्र और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों की बैठक होगी, जिसमें नए और पुराने हवाई अड्डे की जमीन, निर्माण के लिए फंड और उससे जुड़े बारीक से बारीक मुद्दों पर सहमति तैयार की जाएगी। जिसके बाद ही दोनों सरकारों के बीच एमओयू होंगे और निर्माण प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
जल्द हो सकता है फैसला एएआई से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सभी मसलों पर जल्द से जल्द सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है, ताकि कोटा को हवाई सेवा से जोड़ा जा सके। बैठक में यूआईटी उप सचिव अंबा लाला मीणा, राज्य सरकार के निदेशक सिविल एविएशन, सेंट्रल सिविल एविएशन मिनिस्ट्रिी के सचिव, अतरिक्त सचिव, संयुक्त सचिव और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।