मोशन एजुकेशन के संस्थापक व सीईओ नितिन विजय ने एक्स पर एक वीडियो जारी कर बताया कि नीट यूजी परीक्षा में एक प्रश्न चार अंक का था, लेकिन कई विद्यार्थियों के परिणाम में 720 में से 718 व 719 अंक दिए गए है, जो तार्किक रूप से संभव नहीं हैं। विद्यार्थी या तो प्रश्न छोड़ सकता है या प्रश्न गलत कर सकता है। ऐसी स्थिति में उसे 716 अंक प्राप्त होते हैं, लेकिन किसी भी स्थिति में 718 या 719 अंक प्राप्त नहीं हो सकते हैं।
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राजस्थान में ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट लगाएंगी अडानी, टाेरेंट, जैसी ये 6 बड़ी कंपनियां, भजनलाल सरकार से मांगी जमीन पारदर्शिता बरते एजेंसीएजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि एनटीए को अपनी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बरतनी होगी। एजेंसी को परीक्षा परिणाम जारी करने से पूर्व नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया की ऑफिशियल सूचना सार्वजनिक करनी चाहिए थी। अचानक से इस तरह की चीजों का सार्वजनिक होना, एजेंसी की कार्य प्रणाली पर संदेह उत्पन्न करता है।
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नीट में 23 लाख परीक्षार्थियों को पछाड़ कर टॉपर बना श्रीगंगानगर का आदर्श, फुल मार्क्स लाकर सबको चौंकाया, जानें सफलता की कहानी एनटीए ने कोर्ट के निर्णय का दिया हवालाएनटीए एजेंसी ने एक्स पर स्पष्ट किया कि 5 मई 2024 को नीट परीक्षा आयोजन के दौरान व्यवधान उत्पन्न होने से कुछ विद्यार्थियों को पूर्ण समय नहीं दिया गया था। ऐसे विद्यार्थियों ने न्यायालय की शरण ली थी। उच्चतम न्यायालय ने 13 जून 2018 को जारी किए गए निर्णय के हवाले से इन विद्यार्थियों को नॉर्मलाइज्ड मार्क्स प्रदान किए गए। मार्क्स नॉर्मलाइजेशन के कारण ही इन विद्यार्थियों को 720 में से 718 व 719 अंक प्राप्त हुए हैं।