केन्द्र और राज्य दोनों देंगे बजट
कोटा में करीब 35.25 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले साइंस सेंटर तथा प्लेनेटेरियम के निर्माण के लिए फरवरी में नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम्स तथा राजस्थान सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के बीच एमओयू हुआ था। साइंस सेंटर के निर्माण पर 22.5 करोड़ रुपए का खर्च होगा, जिसमें 9.58 करोड़ केंद्र सरकार, जबकि 12.67 करोड़ राज्य सरकार का योगदान होगा। इसी तरह प्लेनेटेरियम के निर्माण पर 13 करोड़ का व्यय होगा। इसमें 5.60 करोड़ केंद्र सरकार तथा 7.40 करोड़ राज्य सरकार का अंशदान होगा। उल्लेखनीय है कि कोटा में साइंस सेंटर तथा प्लेनेटोरियम की स्थापना के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर स्वीकृति दिलवाने में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के विशेष प्रयास रहे।
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साइंस सेंटर में होंगी यह सुविधाएं
एक थिमेटिक गैलेरी, फन साइंस गैलेरी, साइंस पार्क, चिल्ड्रन एक्टीविटी हॉल, करीब 125 लोगों की क्षमता का ऑडिटोरियम व कॉन्फ्रेंस हॉल। प्लेनेटेरियम में एक बार में 85 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। इसका डोम 10 मीटर का होगा। इसके अलावा अंतरिक्ष विज्ञान तथा खगोल शास्त्र पर इंटरेक्टिव प्रदर्शनी, विद्यार्थियों के लिए खगोल शास्त्र में एक्टिविटी एरिया, अंतरिक्षीय गतिविधियां देखने के लिए टेलीस्कोप, खगोल शास्त्र पर विशेषज्ञों के लेक्चर आयोजित करने के लिए एक मिनी हॉल भी बनाया जाएगा।
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अत्याधुनिक डिजिटल प्लेनेटोरियम बनेगा
यहां 80 से 85 दर्शक क्षमता वाला अत्याधुनिक डिजिटल प्लेनेटोरियम बनेगा। इसमें विभिन्न खगोलीय ग्रहों की जानकारी उपलब्ध होगी। विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रोचकता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। एक ऑडिटोरियम भी बनेगा, जिसमें 3डी शो होंगे। केंद्र की स्थापना का कार्य संस्कृति मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद के तकनीकी सहयोग की ओर से किया जा रहा है। स्थापना को लेकर राज्य सरकार ने मार्च, 2023 में 12.67 करोड़ रुपए परिषद को हस्तांतरित किए हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-24 के बजट में राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए घोषणा की थी।