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कोटा

एक पैसे के चक्कर में फंस गई शहर की सफाई

शहर की सफाई के लिए नगर निगम का सालाना 65 करोड़ का मोटा बजट है, लेकिन एक पैसे के फेर में पिछले करीब पांच माह से सफाई की पत्रावली लालफीताशाही की फाइलों में इधर से उधर दौड़ रही है।

कोटाJul 10, 2016 / 03:32 pm

shailendra tiwari

शहर की सफाई के लिए नगर निगम का सालाना 65 करोड़ का मोटा बजट है, लेकिन एक पैसे के फेर में पिछले करीब पांच माह से सफाई की पत्रावली लालफीताशाही की फाइलों में इधर से उधर दौड़ रही है। 
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एक सप्ताह पहले राज्य सरकार ने परीक्षण के बाद इस पत्रावली को निगम को लौटा दिया, लेकिन अब अधिकारियों ने फाइल दबा रखी है। यह मामला सामने आने के बाद महापौर ने अधिकारियों से फाइल तलब की है।
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निगम ने पांच माह पहले शहर के सभी 15 सेक्टरों व मुख्य सड़कों की सफाई के लिए टेण्डर प्रक्रिया शुरू की थी और तीन माह पहले प्रक्रिया भी पूरी कर ली थी, लेकिन एेनवक्त पर ठेका सफाई श्रमिकों को बैंक से भुगतान करने की शर्त जोडऩे के कारण ठेकेदार विरोध में उतर गए। इस कारण कार्यादेश जारी नहीं किया गया था। 
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इस दौरान टेण्डर में एक पैसे का अंतर आने की शिकायत स्थानीय निकाय निदेशक को करते हुए गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इसके बाद निदेशालय ने निगम से सफाई की मूल पत्रावली तलब कर ली थी। 
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महापौर ने यह मामला नगरीय विकास मंत्री के समक्ष रखा था। मंत्री के निर्देश पर पत्रावली का परीक्षण कर फाइल निगम को लौटा दी है। लेकिन अभी तक निगम के अधिकारी सफाई के टेण्डर जारी नहीं कर रहे। पार्षदों का आरोप है कि निगम के अधिकारी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए सफाई के नए टेण्डर जारी नहीं कर रहे। इस बारे में महापौर को शिकायत की गई है। 
ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कचरा क्यों नहीं फैला रहे, रिपोर्ट मांगी

महापौर महेश विजय ने ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कचरा फैलाने के लिए लगाई मशीन का उपयोग नहीं करने तथा इस कारण वाहनों से कचरा खाली करने में आ रही परेशानी के मामले की रिपोर्ट उपायुक्त व मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से मांगी है। महापौर ने कहा कि अधिकारी जानबूझ कर कचरा फैलाने वाली गाड़ी को नहीं लगा रहे, ताकि यह समस्या पैदा हो। उन्होंने कहा कि रविवार को मौका देखने भी जाएंगे।
मुख्यालय से सफाई के टेण्डर की पत्रावली स्वीकृत होकर आ चुकी है, फिर भी अधिकारी कार्यादेश जारी नहीं कर रहे। इसकी रिपोर्ट तलब की है। यह मामला कार्य समिति की बैठक में रखेंगे और जिम्मेदारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
महेश विजय, महापौर 

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