चायनीज मांझा सिर्फ मांझा हीं नहीं जानलेवा हथियार भी है जिसमें तलवार सी तेज धार होती है जो अगर गर्दन को छू ले तो उसे काट भी सकता है। हर साल कई लोग इससे घायल हो जाते हैं। प्रशासन द्वारा बैन किए जाने के बावजूद शहर में यह धडल्ले से बेचा जा रहा है। नगर निगम द्वारा चाइनीज मांझे पर कार्रवाई का क्रम निरंतर जारी है। फिर भी दुकानदार बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं।
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नगर निगम टीम ने गुरुवार को अलग-अलग क्षेत्रों में कार्रवाई कर चायनीज मांझे की 75 चकरियां जब्त की। टीम प्रभारी श्याम शर्मा ने बताया कि निगम उपायुक्त राजेश डागा के निर्देश पर बोरखेड़ा व बजरंग क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक पतंग विक्रेताओं के यहां जांच की गई। इनमें से कुछ विक्रेताओं के यहां चायनीज मांझा मिला। टीम ने दोनों क्षेत्रों से 75 चकरी जब्त की। इस दौरान कुछ पतंग विक्रेताओं ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन दस्ते में शामिल सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पीछे धकेलकर कार्रवाई जारी रखी।
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नहीं बेचने के लिए समझाया
टीम ने विक्रेताओं को चायनीज मांझा नहीं बेचने के लिए समझाया। उन्हें बताया कि यह कितना घातक है। इसकी चपेट में आकर कई लोग घायल हो चुके हैं। दुकानदार ने बर्तन में छुपाकर रखा था चाइनीज मांझा
निगम की टीम ने बुधवार को केशवपुरा में कंचन बर्तन वाले के यहां छापा मारकर 41 चाइनीज मांझे की चकरियों को जप्त किया है। अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि मांझे को बर्तन में छुपाकर रख रखा था। काफी मशक्कत के बाद चाइनीज मांझे को तलाश कर जप्त किया गया। उन्होंने कहा कि तलवंडी, महावीर नगर व संतोषी नगर में भी कार्रवाई की गई और चाइनीज मांझा पकड़ा गया। व्यास ने बताया कि अभियान निरंतर जारी रहेगा।