जानकारों के अनुसार, रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में बाघ और बाघिनों की संख्या क्षमता से ज्यादा हो गई हैं, ऐसे में उन्हें प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व में शिफ्ट करने की कवायद चल रही हैं। गत 16 जुलाई को रणथम्भौर से एक बाघिन बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में शिफ्ट की गई थी। यहां पहले से ही एक बाघ घूम रहा है। जल्दी ही दूसरी बाघिन शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, रणथम्भौर से एक बाघ मुकुन्दरा में भी शिफ्ट करने के लिए उच्च स्तर से स्वीकृति मिल चुकी है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्दी ही उसे शिफ्ट कर दिया जाएगा।
आधे भी नहीं है सुरक्षाकर्मी
मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व में दरा, रांवठा, कोलीपुरा, बोराबास, जवाहरसागर और गागरोन वन रेंज है। इन रेंज में फील्ड में घूमने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के कुल 162 पदों में से 90 पद खाली है। छह रेंज में से चार में रेंजर नहीं हैं। वनरक्षक के 111 पद हैं, 74 पद खाली हैं।
मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व में दरा, रांवठा, कोलीपुरा, बोराबास, जवाहरसागर और गागरोन वन रेंज है। इन रेंज में फील्ड में घूमने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के कुल 162 पदों में से 90 पद खाली है। छह रेंज में से चार में रेंजर नहीं हैं। वनरक्षक के 111 पद हैं, 74 पद खाली हैं।
सघन निगरानी की जरूरत
मुकुन्दरा में अभी बाघिन खुले में घूम रही हैं। मेनपावर कम होने के कारण उसकी निगरानी में विभाग को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पद रिक्त होने से रेंजर और वनरक्षक पर काम का बोझ और दबाव है। कुछ को उच्चाधिकारियों ने स्थानान्तरण के बावजूद कार्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए रिलीव नहीं किया।
मुकुन्दरा में अभी बाघिन खुले में घूम रही हैं। मेनपावर कम होने के कारण उसकी निगरानी में विभाग को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पद रिक्त होने से रेंजर और वनरक्षक पर काम का बोझ और दबाव है। कुछ को उच्चाधिकारियों ने स्थानान्तरण के बावजूद कार्य व्यवस्था बनाए रखने के लिए रिलीव नहीं किया।
9 साल पहले बना था रिजर्व
वर्ष 2013 में एनटीसीए ने दरा समेत तीन अभयारण्य को शामिल करते हुए मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व की घोषणा की थी। लम्बे इंतजार के बाद 3 अप्रेल 2018 को बाघ शिफ्ट किया गया था। इसके बाद यहां दो बाघिन और शिफ्ट हुई, जबकि एक बाघ रणथम्भौर से घूमते हुए यहां आ गया था। अभयारण्य 759 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसकी सीमाएं कोटा, झालावाड़, बूंदी और चित्तौड़गढ़ जिले में लगती है।
वर्ष 2013 में एनटीसीए ने दरा समेत तीन अभयारण्य को शामिल करते हुए मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व की घोषणा की थी। लम्बे इंतजार के बाद 3 अप्रेल 2018 को बाघ शिफ्ट किया गया था। इसके बाद यहां दो बाघिन और शिफ्ट हुई, जबकि एक बाघ रणथम्भौर से घूमते हुए यहां आ गया था। अभयारण्य 759 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसकी सीमाएं कोटा, झालावाड़, बूंदी और चित्तौड़गढ़ जिले में लगती है।
विभाग में फील्ड स्टाफ के कई पद रिक्त हैं। इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। – बीजू जॉय, उपवन संरक्षक, मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व पदनाम कुल पद रिक्त
उपवन संरक्षक 2 1
सहायक वन संरक्षक 4 1
रेंजर प्रथम 2 1
रेंजर द्वितीय 6 4
वनपाल 25 9
सहायक वनपाल 18 4
वनरक्षक 111 74
उपवन संरक्षक 2 1
सहायक वन संरक्षक 4 1
रेंजर प्रथम 2 1
रेंजर द्वितीय 6 4
वनपाल 25 9
सहायक वनपाल 18 4
वनरक्षक 111 74