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हाड़ौती में रहेगा कम असर
सीएडी सूत्रों ने बताया कि 12 घंटे नहर बंद होने से जिन वितरिकाओं, सहायक वितरिकाओं, माइनरों से खेतों में पानी जा रहा था। उनका फ्लो टूट गया। पानी बंद होने से टेल क्षेत्र की ओर दौड़ रहे पानी की रफ्तार थम गई। ऐसे मे अब दुबारा से नहर को भरने और उसी रफ्तार में पानी को बहने में एक सप्ताह का समय लग जाएगा। हाड़ौती में तो करीब तीन चार दिन में जल प्रवाह उसी रफ्तार में हो जाएगा। लेकिन मध्यप्रदेश सीमा में जल प्रवाह को रफ्तार बनाने में करीब एक सप्ताह लग जाएगा।
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पद्मावती फिल्म के विरोध में सिनेमा हॉल में तोडफ़ोड़ के आरोपितों को भेजा जेल तो करणी सेना ने दी यह चेतावनी पूर्ण क्षमता से नहरों में जल प्रवाहित कोटा बैराज का जल स्तर नियंत्रित होने के बाद सीएडी प्रशासन ने दोनों नहरों में पूर्ण क्षमता से जल प्रवाहित कर दिया है। बुधवार शाम पांच बजे दाईं मुख्य नहर में 6000 क्यूसेक व बाईं मुख्य नहर में 1500 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया जा रहा है।