कोटा

पुलिसकर्मियों के लिए मिशाल बनी महिला कांस्टेबल

कोटा ग्रामीण पुलिस में कार्यरत दो महिला कांस्टेबलों ने अपनी ड्यूटी निभाने के साथ-साथ अपनी दक्षता का का भी लोहा मनवा दिया। एक ने जहां अपने शिक्षा के स्तर को बढय़ा तो दूसरी ने मार्शल आर्ट में दक्षता हासिल कर ली।

कोटाSep 10, 2020 / 08:47 am

Haboo Lal Sharma

पुलिसकर्मियों के लिए मिशाल बनी महिला कांस्टेबल

कोटा. कोटा ग्रामीण पुलिस में कार्यरत दो महिला कांस्टेबलों ने अपनी ड्यूटी निभाने के साथ-साथ अपनी दक्षता का का भी लोहा मनवा दिया। एक ने जहां अपने शिक्षा के स्तर को बढय़ा तो दूसरी ने मार्शल आर्ट में दक्षता हासिल कर ली। दोनों कांस्टेबलों की लग्न व मेहनत के चलते एसआई परीक्षा में भी अच्छी रेंक से सफलता हासिल की। उनकी इस उपलब्धि से प्रभावित होकर कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने दोनों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित करने का फैसला किया है ताकि अन्य कांस्टेबल भी दोनों महिला कांस्टेबलों से कुछ सीख सके।
यह भी पढ़ें
कोटा में नकली गुटखा फैक्ट्री पर छापा, लाखों रुपए का नकली गुटखा बरामद

12वीं पास कर बनी थी कांस्टेबल
12वीं पास शबाना वर्ष 2003 में कोटा ग्रामीण पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुई थी। नौकरी के साथ पढ़ाई जारी रखी और ऊर्दू विषय में ग्रेजुएशन किया। सायबर क्राइम के बढ़ते मामले देख शबाना ने पीजीडीसी किया और बाद में कम्प्यूटर साइंस में एमएससी की। वर्तमान में शबाना एसीबी में डेपूटेशन पर पदस्थापित है। पहले दो बार एसआई परीक्षा दी, लेकिन किन्हीं कारणों से सलेक्शन नहीं हो सका। तीसरे प्रयास में उन्होंने ऑल ऑवर 40वीं रेंक व महिला वर्ग में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
महिला संरपच व ग्राम विकास अधिकारी 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

ड्यूटी के साथ मार्शल आर्ट
ग्रामीण पुलिस की कांस्टेबल आशमीन की भी कुछ ऐसी ही कहानी है। आशमीन भी 12वीं पास कर कांस्टेबल पद पर भर्ती हुई। साथ ही स्वयं को मार्शल आर्ट में पारंगत किया। इसके बाद उन्होंने शहर के अधिकांश स्कूलों में छात्राओं को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी। एसआई की परीक्षा की तैयारी की और ऑल ऑवर 134वीं रेंक व महिला वर्ग में 8वीं स्थान प्राप्त किया।
कोटा मंडी भाव 09 सितम्बर: गेहूं, सोयाबीन, चना व सरसों में मंदी रही

पुलिसिंग के साथ समाज के काम आने वाले पुलिसकर्मियों का होगा सम्मान
कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया कि दोनों महिला पुलिसकर्मी हुनरमंद है। दोनों ने नौकरी के साथ साथ अपने आप को अलग फील्ड में दक्ष किया है। हम चाहते है कि अन्य जवान भी अपने आप को ऐसे स्कील्स में दक्ष करें जो पुलिस और समाज के बेहतर काम आ सके। उन्होंने कहा कि पुलिस जवान ड्यूटी के अतिरिक्त भी कई समाज सेवा के काम कर रहे है। ग्रामीण पुलिस में ऐसे जवानों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा और उनका हौंसला बढ़ाया जाएगा।

संबंधित विषय:

Hindi News / Kota / पुलिसकर्मियों के लिए मिशाल बनी महिला कांस्टेबल

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.