पुलिस एवं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे झालीजी का बराना निवासी किशनबिहारी कहार, सूर्यप्रकाश कहार, नरेश कहार, भूमेश्वर एवं लोकेश कहार बस स्टैण्ड पर खड़े थे। तभी मेज नदी से अवैध खनन कर लाई गई ट्रैक्टर-ट्रॉली आती दिखाई पड़ी। इसे युवकों ने बस स्टैण्ड पर रोकने का प्रयास किया। युवकों को देख ट्रैक्टर चालक ने गति तेज कर दी और उन पर चढ़ा दिया। जिससे 28 वर्षीय किशन बिहारी गंभीर घायल हो गया। वहीं 28 वर्षीय सूर्यप्रकाश कहार और 29 वर्षीय भूमेश्वर कहार घायल हो गए। तीनों को पहले कापरेन अस्पताल ले जाया गया। किशन की हालत गंभीर होने पर उसे कोटा के एमबीएस अस्पताल में रैफर कर दिया गया। जहां तड़के चार बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
यह भी पढ़ें
भरे बाजार सर्राफा कारोबारी को लूटा, नोटों से भरा बैग नहीं छोड़ा तो लुटेरों ने चाकुओं से गोद डाला
तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज पुलिस ने मृतक के भाई प्रेमप्रकाश कहार की रिपोर्ट पर ट्रैक्टर चालक ढींगसी निवासी इन्द्रराज गुर्जर, मेणोली निवासी जुगराज गोचर व नरेश गौतम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। गेण्डोली थाने के सहायक उपनिरीक्षक हरिराज सिंह ने सोमवार को कोटा चिकित्सालय पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा।
यह भी पढ़ें
दीवानगी की हर हद पार कर चुका था हत्यारा मंगेतर, खुद को भी मारे थे 21 चाकू
मौके पर पहुंची पुलिस घटना के बाद जब पुलिस पर खनन माफियाओं के साथ मिले होने के आरोप लगने लगे तब पुलिस ने कार्रवाई तेज की। लाखेरी पुलिस उपअधीक्षक नरपतचंद, थानाधिकारी सम्पत सिंह सोमवार सुबह मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल
का मौका मुआयना कर जानकारी जुटाई। हालांकि पुलिस पर खनन माफियाओं को संरक्षण देने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है।