बिरला ने पत्रिका से बातचीत में कहा, ग्रामीण क्षेत्र में बहुत से लोगों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जो परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए चयनित हैं, उनके घर जल्द बनवाएंगे। जो परिवार इस योजना के दायरे से बाहर हैं उनके घर भी जन सहयोग से फिर से बनवाएंगे। किसी को भी किसी भी तरह की परेशानी होने पर लोकसभा अध्यक्ष से कोटा स्थित कैंप कार्यालय में संपर्क कर सकेंगे और फोन पर भी सूचना दे सकेंगे। उन्होंने कहा, जरूरतमंदों की मदद करना सामूहिक जिम्मेदारी है, इसलिए राज्य सरकार को भी आगे आना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, सांगोद क्षेत्र में दो गांवों के टापू बनने की सूचना मिलते ही केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राज्य के आपदा विभाग से बात की। रात में ही मौके पर एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई, लेकिन रात में रेस्क्यू कार्य नहीं हो सका है। सुबह फिर प्रयास शुरू किए। अब बचाव दलों के माध्यम से राहत दी जा रही है।
लोकसभा अध्यक्ष के बाढग़्रस्त क्षेत्र में दौरे किए जाने से लोगों को सहायता की उम्मीद बंधी है। उनके दौरे के दौरान लागों ने कहा, अब उनके परिवार के सदस्य और सांसद उनके बीच आ गए हैं, जल्द उन्हें राहत मिलने की उम्मीद जगी है।