द्वितीय स्थान पर 6 फीट 15.3 इंच लंबाई के सौरभ रहे। तीसरे स्थान पर लोकेश खटीक रहे। लोकेश की लंबाई 6 फीट 15.3 इंच है। प्रतियोगिता में सात बार विजेता रहने वाले बूंदी के दुर्गाशंकर पांचाल इस बार छठे स्थान पर रहे। सबसे छोटे पुरुष प्रतियोगिता के लिए दो प्रतिभागी आए। इनमें राधेश्याम महावर प्रथम रहे। द्वितीय स्थान पर 4 फीट लम्बाई के साथ जीएम प्लाजा के व्यापारी रमेशचंद्र विजय रहे।
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उत्साह से आई महिलाएं विजयश्री रंगमंच पर ही सबसे लंबी व सबसे छोटी महिला प्रतियोगिता में भी हुई। लंबी महिला प्रतियोगिता में कुल 6 प्रतिभागियों व छोटी महिला में तीन प्रतिभागियों ने शिरकत की। सबसे लंबी महिला प्रतियोगिता में 5 फीट 11 इंच लंबाई की नेहा चौधरी प्रथम रहीं। द्वितीय स्थान पर 5 फीट 10.5 इंच लम्बाई के साथ अक्षिता जैन, तृतीय स्थान पर 5 फीट 8.2 इंच लम्बाई वाली केशवपुरा की मानसी हाड़ा रही। नांता निवासी 3 फीट 2 इंच लंबाई की सुनीता सुमन ने सबसे छोटी महिला का खिताब जीता।
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कल दिखेगा आतिशी रोमांच कोटा राष्ट्रीय दशहरा मेले के समापन पर फिर एक बार शहरवासियों को आतिशी नजारे देखने को मिलेंगे। आसमां से अशर्फियां गिरती हुई नजर आएंगी। पूरा दशहरा मेला आतिशी नजारे से रंगा हुआ नजर आएगा। सफेद लाइट में चलने वाला आइटम 1000 फीट ऊंचाई तक जाकर 500 फीट रोशनी से नहाया हुआ दिखेगा। सफेद फूल अंदर से बाहर की ओर चलता हुआ दिखाई देगा। आसमान में एक से बढ़कर एक नजारे होंगे। इनमें दबंग आइटम सबसे अलग होगा। शहरवासियों की नजरें ठहर जाएंगी। मेले के समापन पर 16 अक्टूबर को विजयश्री रंगमंच से यह आतिशबाजी होगी।
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राजस्थान पत्रिका हर साल देता है खुशियों की सौगात राजस्थान पत्रिका की आेर से हर वर्ष सामाजिक सरोकार के तहत निभाई जाने वाली यह परंपरा इस साल भी कायम रहेगी। इस बार जमीन पर चलने वाली रोशनी से लेकर आसमान में जाकर रंगत बिखरेने वाली हवाईयां तक होंगी। ऑस्कर आइटम होगा, जो जमीन से रोशनी देता हुआ आसमान जाकर एक साथ सात अलग-अलग रंगों की छठा बिखरेगा। करीब एक घंटे तक चलने वाले आतिशबाजी के दौरान कई बार रंगों से आसमान नहाया हुआ नजर आएगा।