कोटा

OMG: इतने बुरे हाल में हैं रेलवे ट्रेक के रखवाले, जानकर आप के भी उड़ जाएंगे होश…

रेलवे बोर्ड की ओर से की गई समीक्षा के बाद यह बात स्वीकार की गई कि गैंगमैन वर्ग के कार्मिकों की हालत ठीक नहीं है।

कोटाSep 29, 2017 / 12:57 am

​Zuber Khan

कोटा मंडल में बदहाल है गैंगमैन के आवास

कोटा . रेलवे बोर्ड की ओर से की गई समीक्षा के बाद यह बात स्वीकार की गई कि रेल पथ और इसके रखवाले गैंगमैन वर्ग के कार्मिकों की हालत ठीक नहीं है। इसमें सुधार की जरूरत है। रेलवे बोर्ड ने गुरुवार को ग्रुप डी श्रेणी के कर्मचारियों के कामकाज की स्थितियों को बेहतर करने, गैंगमैन को आरामदेह वर्दी और बेहतर गुणवक्ता वाले जूते देने की घोषणा की। इसके साथ ही उनके आवासीय क्वार्टर भी दुरुस्त किए जाएंगे।
 

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रेल मंत्री की घोषणा के बाद पत्रिका टीम ने कोटा मंडल के डकनिया स्टेशन की गैंगचाल के हालात का जायजा लिया तो वहां आवास बुरे हाल में मिले। नालियां सड़ रही थी और छत से पानी नहीं टपके इसके लिए टीनशेड और तिरपाल के जुगाड़ की व्यवस्था की हुई थी। इसी तरह मंडल के चौमेहला, फतेहसिंह पुरा और दईखेड़ा सहित विभिन्न स्टेशनों पर गैंगमैन के आवासों में मूलभूत सुविधाओं अभाव था।

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ब्लॉक देने में नहीं चलेगी आनाकानी

समीक्षा के बाद रेल मंत्री की ओर से की गई घोषणा के अनुसार अब नई लाइनों, आमान परिवर्तन, पटरियों के आवंटन के मुकाबले पटरी नवीकरण को प्राथमिकता दी जाएगी। अधिकारियों को आरादेह दफ्तर से बाहर निकलकर फील्ड निरीक्षण करना होगा। टे्रक के रखरखाव के लिए ब्लॉक देने को प्राथमिकता दी जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने के लिए रेल के डिब्बों और स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। मैनुअल इंटरलॉकिंग के स्थान पर इलेक्टॉनिक सिग्नल इंटरलॉकिंग की संख्या बढ़ाई जाएगी। रेल सुरक्षा एवं चेतावनी प्रणाली और मोबाइल ट्रेन रेडियो संचार का उपयोग किया जाएगा। खामियों का पता लगाने के लिए कैमरा, अल्ट्रासोनिक फ्रीक्वेंसी, डिटेक्शन जैसी प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा।

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आरपीएफ टिकट चैक नहीं करेगी
रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि आरपीएफ कर्मचारी टिकट चैकिंग नहीं करेंगे, वे केवल चैकिंग दल की सहायता करेंगे। निगरानी एवं या?त्री सेवाओं के लिए मोबाइल एप के विस्तृत उपयोग पर विशेष जोर दिया जाएगा। 1 नवंबर 2017 से लगभग 700 रेलगाडिय़ों की गति बढ़ाया जाना प्रस्तावित है। कोटा मंडल में भी कई टे्रनों की रफ्तार बढ़ेगी। 48 ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस के बजाय सुपरफ ास्ट एक्सप्रेस में तब्दील किया जाएगा।
 

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