सिटी एसपी अंशुमान भौमिया ने बताया कि करीब एक साल पहले 15 वर्षीय बांग्लादेशी किशोरी कोटा बैराज के पास निराश्रित मिली थी। उसे बाल कल्याण समिति के आदेश से नांता स्थित बालिका गृह भिजवाया था। फिलहाल किशोरी यहीं रह रही है।
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उसने काउंसलिंग में बताया कि उसे भारत में देह व्यापार के लिए लाया गया। इसके बाद आरोपितों की तलाश के लिए एएसपी अनंत कुमार व उप अधीक्षक राजेश मेश्राम के निर्देशन व कैथूनीपोल सीआई प्रमोद शर्मा के नेतृत्व में टीम बनाई। टीम ने दलाल बसंत विहार निवासी कैलाश सोनी उर्फ राजेश (42) व ग्राहक कुन्हाड़ी हाल केशवपुरा निवासी अर्जुनसिंह पंवार उर्फ सोनू (21) को मंगलवार रात गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ चल रही है। Read More: मां का आंचल थाम कर मांगी थी जिंदगी की भीख… 1 रात के लिए 5 हजार में बेचा
सीआई शर्मा ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि किशोरी को मुम्बई, सूरत व बड़ौदा के दलालों को बेचकर देह व्यापार कराया गया। सूरत के दलाल ने कोटा के दलाल कैलाश सोनी को देह व्यापार के लिए किशोरी को बेच दिया। कैलाश ने अर्जुन सिंह को 5 हजार रुपए में एक रात के लिए बेचा था। किशोरी उसके चंगुल से भागकर कैथूनीपोल क्षेत्र में आ गई, जहां बैराज पर वह निराश्रित मिली थी।
सीआई शर्मा ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि किशोरी को मुम्बई, सूरत व बड़ौदा के दलालों को बेचकर देह व्यापार कराया गया। सूरत के दलाल ने कोटा के दलाल कैलाश सोनी को देह व्यापार के लिए किशोरी को बेच दिया। कैलाश ने अर्जुन सिंह को 5 हजार रुपए में एक रात के लिए बेचा था। किशोरी उसके चंगुल से भागकर कैथूनीपोल क्षेत्र में आ गई, जहां बैराज पर वह निराश्रित मिली थी।
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