अव्यवहारिक व निजता के अधिकार का उल्लंघन
पॉक्सो अधिनियम में बालिका का चिकित्सकीय परीक्षण महिला चिकित्सक द्वारा ही किए जाने का प्रावधान है, लेकिन महिला चिकित्सक से पुरुषत्व संबंधित परीक्षण करवाना अव्यवहारिक व निजता के अधिकार का उल्लंघन है। यह भी पढ़ें
Weather Update : 26 दिसम्बर से दूसरा पश्चिमी विक्षोभ होगा सक्रिय, राजस्थान में 3 दिन इन 5 संभाग में होगी बारिश पुनरावृत्ति से बचने के प्रयास किए जाएं
न्यायालय ने कहा कि विभाग के स्तर पर परीक्षण सुनिश्चितता करवाने और ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति से बचने के प्रयास किए जाएं। साथ ही अस्पताल प्रशासन किए गए प्रयासों से न्यायालय को अवगत कराए।आदेश के अनुसार किया जाएगा कार्य
डॉ. अशोक मूंदड़ा, विभागाध्यक्ष, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग ने कहा न्यायालय के आदेश के अनुसार कार्य किया जाएगा।कार्रवाई के लिए भेज दिया है आदेश
मामले में न्यायालय के आदेश मिले हैं। इसे संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए भेज दिया है। न्यायालय के आदेश की पालना की जाएगी। डॉ.धर्मराज मीणा, अधीक्षक, एमबीएस चिकित्सालय यह भी पढ़ें : Schools Holiday : बल्ले-बल्ले, राजस्थान में कल से सरकारी व निजी स्कूलों में होगी 12 दिन की छुट्टियां