महापौर ने बताया कि शहर की सड़कों पर घूमने वाले पशुओं को नगर निगम निरंतर पकड़ रहा था, लेकिन करीब साढ़े सात बीघा क्षेत्र में फैली बंधा धर्मपुरा गोशाला की क्षमता कम होने से इन्हें रखना भी एक समस्या बना हुआ था। इस कारण बंधा धर्मपुरा गोशाला के निकट ही करीब साढ़े पांच बीघा क्षेत्र में विस्तार कार्य करने का निर्णय लिया गया था। अग्रवाल ने बताया कि गोशाला के चारों ओर 48 लाख रुपए की लगात से चारदीवारी बनाई गई है। इसके अलावा विस्तारित क्षेत्र में भी चारदीवारी करने, खेळ के निर्माण तथा टीनशेड कार्य पर 47 लाख रुपए का व्यय किया गया है। यह कार्य पूरा होने के बाद अब एक हजार और गोवंश को वहां रखा जा सकेगा। इस अवसर पर गोशाला प्रभारी सहायक अभियंता राधेश्याम गुर्जर, कनिष्ठ अभियंता तौसिफ खान, पशु चिकित्सक डॉ. आरएन रावत आदि मौजूद थे।
गायों को दिया गुड़-चारा सालासर सेवा समिति अध्यक्ष श्याम लाखोटिया, महासचिव जितेंद्र फ तवानी, सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण जिंदल, दामोदर गर्ग, कुंजबिहारी गुप्ता, अमित बंसल, राजेश चौधरी ने गायों के लिए गुड़ और चारा भेंट किया। सभी ने यह सामग्री खेळ में डाली। राजवंशी और मण्डा की ओर से भी एक ट्रॉली चारा गोशाला में दिया गया।
श्रमिकों को बांटे कम्बल, हुआ भण्डारा
सालासर सेवा समिति की ओर से गोशाला में कार्य करने वाले श्रमिकों और उनके परिवार के लिए भण्डारे का आयोजन किया गया।