क्लास में किया था हंगामा पैथोलॉजी की रेजीडेंट डॉक्टर एमबीबीएस सैकण्ड ईयर की क्लास ले रही थी। जब वे डेमोस्ट्रेशन दे रही थी तो स्टूडेंट्स ने शोर शराबा किया और उन्हीं पर टिप्पणियां भी की। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत एचओडी को दी। इस मामले में अनुशासन कमेटी ने दो सप्ताह के निलंबन की सजा देने की अनुशंसा की, लेकिन प्राचार्य डॉ. गिरीश वर्मा ने सजा को सात दिन कर दिया। निलंबित बैच में 129 मेडिकोज शामिल है। अनुशासन कमेटी में अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. नरेश एन राय, डॉ. प्रतिमा जायसवाल, डॉ. घनश्याम सोनी, डॉ. सुरेश दुलारा, देवेन्द्र विजयवर्गीय शामिल है।
सीमा लांघ दी थी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरीश वर्मा ने बताया कि एमबीबीएस कर रहे स्टूडेंट को अनुशासन में रहना बहुत जरूरी है। इस बैच ने यह सीमा ही लांघ दी है। एेसे में सख्ती दिखाने के लिए यह निर्णय लेना पड़ा।