मंगलवार का दिन कोटा के लिए मंगलकारी साबित हुआ और खुशियों की सौगात लेकर आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे ही उदयपुर से बटन दबाकर हैगिंग ब्रिज का उदघाटन किया कोटा में खुशी की लहर दौड़ गई। हैगिंग ब्रिज पर मौजूद लोगों की भीड़ खुशी से झूम उठी। लोग देश के तीसरे और राजस्थान के पहले हैंगिंग ब्रिज पर वाहन लेकर फर्राटा भरने लगे। हालांकि उदघाटन कार्यक्रम के चलते भारी वाहनों का आवागमन कुछ देर के लिए रोक दिया गया है। इस मौके पर सांसद ओम बिरला ने कहा कि कोटा ही नहीं राजस्थान के विकास के लिए हर जरूरी काम करवाया जाएगा।
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खत्म हो जाएगा हादसों का दौर हैगिंग ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा ना होने के कारण भारी वाहन कोटा शहर के बीच से होकर गुजरते थे। जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती थी, लेकिन चम्बल नदी पर राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर 277.67 करोड़ की लागत से बने 6 लेन हैंगिंग ब्रिज का उद्घाटन होने के बाद अब ऐसा नहीं होगा। सभी भारी वाहनों को हैगिंग ब्रिज से होकर गुजारा जाएगा। सांसद ओम बिरला ने बताया कि इसके लिए नया ट्रेफिक प्लान भी बनाया जाएगा। ब्रिज बनने से रावतभाटा से झालावाड़, जयपुर से बारां, चित्तौड़-उदयपुर से बारां-झालावाड़ तथा जयपुर से जबलपुर जाने वाले वाहनों को कोटा शहर के अन्दर से नहीं जाना पड़ेगा। यह भी पढ़ें
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आठ देशों की तकनीकि से है बना ब्रिज से ट्रायल के लिए चालू किया गया वाहनों का आवागमन सोमवार सुबह 6 बजे से बन्द कर दिया गया। उद्घाटन की औपचारिता के बाद फिर आवागमन शुरू किया जा सकेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक अनुपम गुप्ता ने बताया कि हैंगिंग ब्रिज 1.4 किमी लम्बा है। जिसकी चौड़ाई 30 मीटर है। 6 लेन ब्रिज पर 1.6 मीटर का फुटपाथ भी दिया गया है। हैंगिंग ब्रिज चम्बल नदी से 60 मीटर की उंचाई पर है। यह 80 केबिलों पर टिका हुआ है। 41 मीटर सबसे छोटा केबल तथा 192 मीटर सबसे बड़ा केबल है। इस ब्रिज के निर्माण में आठ देशों भारत, फ्रांस, अमेरिका, डेनमार्क, दक्षिण कोरिया, इटली, जापान एवं यूक्रेन की तकनीकी एवं अनुभव को काम लिया गया है। यह भी पढ़ें