यह देश में पहला ईको स्टार्टअप सिस्टम होगा। साथ ही इन स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए 500 करोड़ की राशि भी होगी। ये लोग एग्रीक्लचर, फाइनेंस, मेडिसिन और साइबर स्पेस किसी भी क्षेत्र में काम कर सकेंगे। इसमें क्यू रेटिंग सिस्टम प्रदेश में स्टार्टअप के लिए लागू होगा।
तमिलनाडु-बेंगलूरु विजेता, कोटा व राजस्थान कहां?
डिजिफेस्ट में आयोजित साफ्टवेयर और हार्डवेयर प्रतियोगिता ‘हैकथॉन’ में तमिलनाडु के युवाओं का ‘स्मार्ट ड्रिप एरिग्रेशन सिस्टम प्रथम, बेंगलूरु का ‘क्लासरूम व टीचर कनेक्ट’ दूसरे और ‘कृषि मित्र’ तीसरे स्थान पर रहा है। इस पर सीएम ने कहा कि राजस्थान और कोटा का यूथ कहा है।
600 स्टार्टअप में 33 को फंडिंग सीएम ने कहा कि राजस्थानी के डीएनए में ही बिजनेस है। वर्ष 2014 से 2017 के बीच तीन साल में राजस्थान में 600 स्टार्टअप शुरू हुए। इनमें 33 स्टार्टअप को फंडिंग मिली, यह 14 करोड़ से ज्यादा है।
ईकोफ्रेंडली होगी गैस कार्यक्रम में सिटी गैस डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क कोटा का भी उद्घाटन किया गया। उन्होंने कहा कि कई सालों से गेल की पाइपलाइन यहां से निकल रही थी। हमनें वार्ता कर गेल के साथ एमओयू किया। अब कोटा वासियों को स्मार्ट गैस कनेक्शन यानि पाइप के जरिए गैस मिलेगी। इसके पहले चरण में इस साल 3 हजार घरेलू, 9 व्यवसायिक और 24 इंडस्ट्रीयल कनेक्शन दिए जाएंगे। वहीं दूसरे फेज में अगले साल 20 हजार घरेलू, 21 व्यवसायिक और 27 इंडस्ट्रीयल कनेक्शन के जरिए पाइपलाइन से गैस की सुविधा लोगों को मिलेगी। साथ ही सीएनजी के आउटलेट्स में कर रहे है। इससे ईकोफ्रेंडली और प्रचूर मात्रा में गैस का उपयोग कर सकेंगे। कार्यक्रम में कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, खान व पेट्रोलियम मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी, सांसद कोटा ओम बिरला, सांसद झालावाड़ मौजूद रहे।