कोटा। मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते शनिवार को कोटा बैराज के तीन गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। दरअसल, एमपी में इन दिनों भारी वर्षा का दौर जारी है। बीते 24 घंटे में पूर्वी मध्य प्रदेश के सागर में 3, सतना में 2 सेंटीमीटर और पश्चिम एमपी के भोपाल-5 में एवं गुना और इंदौर 2-2 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। जिसके कारण चंबल नदी में पानी की तेज आवक हुई है। इस वजह से शनिवार को कोटा बैराज के तीन गेट खोलकर 7552 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। ज्यादा पानी की आवक होने पर गेट और खोले जा सकते है। वर्तमान में जवाहर सागर बांध से पानी की आवक जारी है।
कोटा बैराज की बात करें तो इस सीजन में पानी निकासी के लिए सबसे अधिक 6 गेट खोले गए। अगस्त- सितंबर माह में बैराज के 6 गेट 7-7 फीट खोलकर करीब 50 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी।
जाते-जाते कोटा में बरसा मानसून, किसान चिंतित
शुक्रवार (27 सितंबर) को कोटा के सांगोद क्षेत्र में करीब डेढ़ घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। सड़कों व गलियों में भी कई फीट पानी बह निकला। दोपहर डेढ़ बजे तक बारिश का दौर चलता रहा। ठंडी हवाओं से लोगों को गर्मी व उमस से राहत तो मिली, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया। खेतों में कटी पड़ी फसलें पानी में भीग गई। वहीं सूखकर कटाई के लिए तैयार फसलें भी बारिश के पानी में भीग गई। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे उभर आई। बारिश से खेतों में सोयाबीन, उड़द आदि की फसलों में खासा नुकसान पहुंचा। किसानों ने बताया कि इस साल उम्मीद थी लेकिन बीते दो दिनों से बिगड़े मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। इन दिनों बारिश से फसलों को खासा नुकसान हुआ।