कोटा

मंत्री के झूठ पर बोला नाराज कोटा शहर, कहा यहां आकर देखे सरकार

कोटा संभाग में डेंगू से सिर्फ तीन मौत बताने पर सरकार के खिलाफ शहर वासियोंं में रोष साफ दिखा। कहा आंकड़े छिपानेे के बजाय हकीकत का सामना करे।

कोटाOct 26, 2017 / 01:41 pm

ritu shrivastav

अस्‍पतालों में रोगियों की कतार बरकरार

शहर में अब तक डेंगू और स्वाइन फ्लू से 46 लोगों की मौत हो गई है। ल‍ेकिन विधानसभा में डेंगू से सिर्फ 3 अौर स्वाइन फ्लू से 11 मौतें होना बताया गया है, इस पर शहर के लाेगाें का कहना है कि सरकार साफ झूठ बोल रही है। सरकार आंकड़े छिपानेे के बजाय हकीकत का सामना करे, राहत के प्रबन्ध करे और संसाधन झोंके। प्रस्तुत है, सरकार के दावों की पोल खोलती तथा लोकभावनाओं और कोटा के दर्द को मंच देती विशेष रिपोर्ट।
यह भी पढ़ें

सरकार की नजरों में 46 मौतों का नहीं है कोई मोल, मंत्री बोले ‘सब कुछ ठीक है’

पूरी दुनिया देख रही है कोटा की हालत

लद्यु उद्योग कॉन्सिल ऑफ कोटा के अध्यक्ष एलसी बाहेती ने कहा कि डेंगू से तीन मौतों के आंकड़े सरकार गलत बता रही है। घर-घर में डेंगू फैल रहा है। शासन और प्रशासन को अब तो चेतना होगा।अभिभाषक परिषद कोटा के पूर्व अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि अस्पताल डेंगू रोगियों से भरे पडे़ हैं। सरकार झूठ बोल रही है। आकडे़ छुपाने के बजाए संसाधन जुटाने चाहिए। इनरव्हील क्लब सचिव उषा बाफना का कहना है कि पूरा कोटा ही डेंगू की चपेट में है। काबू पाने का प्रयास होना चाहिए। गलत आंकड़े बताने से कुछ नहीं होगा। रोटरी क्लब पूर्व अध्यक्ष सुरेश जैन गलत आंकड़े बताने से अच्छा है, वास्तविकता स्वीकार कर डेंगू से बचाव के तरीके खोजने चाहिए। समाजसेवी हिम्मत सिंह हाड़ा ने कहा कि पूरी दुनिया देख रही है कोटा में डेंगू की मौतों को, कोचिंग विद्यार्थी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
यह भी पढ़ें

खुशखबरी: आपकी प्यास बुझाने को, चंबल से जुड़ेंगी सहायक नदियां

बीमारी बढऩे का इंतजार करते रहे, अब करेंगे फोगिंग

पिछले तीन-चार माह से डेंगू का दंश झेल रहे शहर में इससे निपटने की जिला प्रशासन को अब याद आई है। चिकित्सा प्रबंध दुरुस्त करने तथा जनजागरूकता से बचाव कार्यक्रम चलाने के लिए कलक्टर रोहित गुप्ता ने बुधवार दोपहर टैगोर हॉल में चिकित्सा अधिकारियों, सिटी मॉनिटर एवं निजी चिकित्सालयों की बैठक लेकर कार्ययोजना तैयार की है। जिला कलक्टर ने कहा, बीमारियों की रोकथाम के लिए निजी क्षेत्र के चिकित्सालय भी सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने सरकारी चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई के विशेष प्रबंध के साथ एमबीएस, जेकेलोन व न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षकों को अतिरिक्त पलंगों की व्यवस्था करने को कहा।
यह भी पढ़ें

अब मांगा जा रहा हिसाब, लेबर कहां है और कहां करती है काम

वार्डों में चलाएं अभियान

जिला कलक्टर ने मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूकता एवं रोकथाम के लिए शहर को 11 क्षेत्रों में विभाजित करते हुए वार्डवार अभियान चलाने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम अपने-अपने क्षेत्रों में रहकर फोगिंग, पानी भराव वाले क्षेत्रों में मोबिल आयल डालने की निगरानी रखेगी। वहीं दैनिक रिपोर्ट के साथ समस्याओं का नियमित समाधान करेगी। प्रत्येक टीम के साथ आयुर्वेद विभाग का दल भी रहेगा, जो काढ़ा पिलाने का कार्य करेगा।
यह भी पढ़ें

पूरा शहर बीमार, रोगियों की कतार देख हैरान हो जाएंगे अाप

मशीन लगाकर निकालें भरा पानी

उन्होंने एन्टीलार्वा गतिविधियों के लिए सिविल डिफेंस से 35 युवाओं सहित 140 प्रेरकों के जरिए सघन कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए। नगर निगम को अस्पताल परिसरों में पानी भराव वाले स्थानों में मशीन लगाकर पानी की निकासी करवाने, नालियों की सफाई करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर को जागरूकता रैली निकाली जाएगी।
यह भी पढ़ें

सरकार ने मानी अपनी गलती, कहा हां हुआ धीमा काम और घटिया निर्माण

पत्रिका ने किया अलर्ट

डेंगू के पैर पसारने के बाद राजस्थान पत्रिका ने जुलाई माह से ‘डेंगू : सचेत रहें, सफाई रखें’ शीर्षक से जागरूकता अभियान चलाया। इसमें लोगों को कूलर व भरे हुए पानी को साफ करने व दवा छिड़काव के लिए सचेत किया। खाली भूखण्डों में भरे पानी को साफ करने व फोगिंग को लेकर प्रशासन व चिकित्सा विभाग का ध्यान आकर्षित किया। पत्रिका ने सिलसिलेवार खबरों में बताया कि शहर के कई इलाकों में घर-घर डेंगू पीडि़त हैं। डीसीएम, प्रेमनगर, कुन्हाड़ी, स्टेशन व नए कोटा की स्थिति को उजागर किया। इसके बाद चिकित्सा विभाग ने शहर के प्रभावित इलाकों में फोगिंग करवाई। पत्रिका ने कोटा के अस्पतालों में डेंगू से निपटने के नाकाफी इंतजाम को भी उजागर किया।

संबंधित विषय:

Hindi News / Kota / मंत्री के झूठ पर बोला नाराज कोटा शहर, कहा यहां आकर देखे सरकार

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.