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जेके लोन अस्पताल: यह कैसी व्यवस्था, गर्भवती महिलाओं को बेड नसीब नहीं

बच्चों की मौत के मामले में सुर्खियों में रहने वाले जेके लोन अस्पताल के हालात सुधरने के नाम नहीं ले रहे है। बीते सालों बच्चों की मौतों के मामले में राज्य सरकार की टीम ने भी माना था कि अस्पताल में गायनिक व शिशु रोग विभाग में सामांजस्य नहीं है।
 

कोटाAug 14, 2021 / 10:41 pm

Abhishek Gupta

जेके लोन अस्पताल: यह कैसी व्यवस्था, गर्भवती महिलाओं को बेड नसीब नहीं

कोटा. बच्चों की मौत के मामले में सुर्खियों में रहने वाले जेके लोन अस्पताल के हालात सुधरने के नाम नहीं ले रहे है। बीते सालों बच्चों की मौतों के मामले में राज्य सरकार की टीम ने भी माना था कि अस्पताल में गायनिक व शिशु रोग विभाग में सामांजस्य नहीं है। इसी कारण ऐसे हालात बनते है। ऐसे ही हालात फिर सामने आ रहे है। अस्पताल प्रशासन ने गायनिक विभाग के तीन वार्ड बंद कर देने से 68 बेडों की कमी हो गई है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को भर्ती करने में खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। गायनिक डॉक्टर तो अब महिलाओं को यहां तक कहने लगे है कि जहां बेड खाली मिल जाए, वहां भर्ती हो जाओ, हम इलाज कर देंगे। ऐसे में मजबूरन महिलाओं को बैंचों तक पर इलाज करवाना पड़ रहा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन व्यवस्था सुधारने में कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
सिजेरियन वार्ड रेनोवेशन के नाम से एक माह से बंद

गायनिक विभाग का 28 बेड का सीजेरियन वार्ड एक माह से रिनोवेशन के नाम से बंद कर रखा है। जबकि यहां टाइलें सही थी, लेकिन फिर भी नीचे फर्श की टाइलें बदली जा रही है, लेकिन अजीब कार्य देखिए एक माह बाद भी टायलों को नहीं बदला गया है। इस कारण यह वार्ड बंद पड़ा है।
दो पोस्ट नेटेल वार्ड भी शिशु रोग विभाग को दे दिए

गायनिक के 20-20 बेडों के दो पोस्ट नेटेल वार्ड शिशु रोग विभाग को दे दिए। पहले इन वार्डों में डिलेवरी के बाद महिलाओं को भर्ती किया जाता था, लेकिन अब महिलाओं को जहां जगह मिल रही है, वहीं भर्ती किया जा रहा है। वहीं, उनका इलाज किया जा रहा है।
अब 180 बेड ही बचेगा

यनिक विभाग के पास कुल 250 बेड है। इनमें से 68 बेड नहीं है। ऐसे में अब गायनिक विभाग के पास 182 बेड बचे है। जबकि अस्पताल में सबसे ज्यादा डिलेवरी जुलाई से सितम्बर के बीच होती है।
अस्पताल में सीजेरियन वार्ड का रिनोवेशन का काम होने के बाद गायनिक विभाग को सौंपा जाएगा। पुराने भवन में भी शिशु रोग विभाग के वार्डों का कार्य चल रहा है। ऐसे में उच्च स्तर के आदेश के बाद ही गायनिक के दो पोस्ट नेटेल वार्ड भी शिशु रोग विभाग को सौंपे है। 156 बेड का नया भवन तैयार हो रहा है। उसके बाद व्यवस्था सुधरेगी।
– डॉ. एचएल मीणा, अधीक्षक, जेके लोन अस्पताल कोटा

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