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रास नहीं आ रही नींबू की खटास विज्ञान नगर सब्जीमंडी के व्यापारी मुरली वाबानी ने बताया कि एक माह से टमाटर सुर्खियों पर है। पहले शिमला से आवक हो रही थी। अब पांच-सात दिन से नासिक, बेंगलूरु से टमाटर की आवक होने लगी है। थोक फल सब्जीमंडी में रोजाना 40 टन टमाटर आ रहा है, जबकि मांग 50 से 60 टन रोजाना की है। एेसे में भावों में तेजी बनी हुई है। अन्य सब्जियों की आस-पास के गांवों से आवक हो रही है। पिछले दिनों हुई बारिश से सब्जियां खराब होने से आवक घटी है। नयापुरा सब्जीमंडी में ठेला लगाने वाले दौलत कुमावत ने बताया कि हरी मिर्च के भाव तेज हो गए हैं। नींबू की खटास गृहिणियों को रास नहीं आ रही है। इसी तरह अरबी भी ऊंचे भाव में बिक रही है।
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सब्जियों की आवक भी घटी त्योहारी मांग के चलते इन दिनों केले के भाव में तेजी बनी हुई है। मंडी में गुजरात से रोजाना 40 टन केला आ रहा है। थोक में 15-20 व खुदरा में 30 रुपए प्रति किलो तक केला बिक रहा है। नासिक व मालेगांव से रोजाना 30 टन अनार, गुजरात-कर्नाटक से 20 टन पपीता मंडी में आ रहा है। कोटा थोक फ्रूट एंड वेजिटेबल मर्चेंट संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक बाटवानी इस महंगाई की वजह बताते हुए कहते हैं कि बारिश से सब्जियां खराब हुई हैं। मांग के अनुरूप फल-सब्जियों की आवक नहीं होने से इन दिनों भाव 10 से 15 फीसदी तेज हुए हैं।