मानव संसाधन विकास मंत्री ने निदेशक को भरोसा दिया है कि इस काम में उनकी और राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी मानव संसाधन विकास मंत्रालय लेगा। शुक्रवार को मानव संसाधन विकास मंत्री ने सभी आईआईटी के निदेशकों से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान एमएनआईटी के निदेशक से मंत्री ने हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिया और साथ ही इस बारे में राजस्थान सरकार से बातचीत करने की भी बात कही। अभी कोटा ट्रिपल आईटी की क्लास अस्थायी तौर पर जयपुर की एमएनआईटी में चल रही हैं।
एमएनआईटी के निदेशक ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि कोटा में ट्रिपल आईटी की इमारत के निर्माण का पहले चरण का निर्माण कार्य 2020-21 तक हो जाएगा, कोशिश तो है कि बिल्डिंग पूरी तैयार हो जाए लेकिन पहले चरण का निर्माण कार्य होने की पूरी उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि पहले चरण के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कक्षाएं भी शुरू कर दी जाएं। पूरा डिजाइन तैयार है और अनुमति ले ली गई है। चुनाव आचार संहिता की वजह से टेंडर नहीं हुआ था। अभी टेंडर कर रहे है। सीपीडब्ल्यूडी ने काम लिया है। बाउंड्री वॉल पहले ही बन चुकी है। साइकिल और वॉकिंग ट्रैक बना है और पौधारोपण का काम भी हो गया है।
उन्होंने कहा, बिल्डिंग के पहले चरण का काम पूरा होने का लक्ष्य 2020-21 तक रखा है। तीन चरणों में इमारत का निर्माण कार्य पूरा होना है। लगता है कि इस काम में एक से डेढ़ साल लगेंगे। इसके बाद कक्षाएं वही से शुरू हो सकती हैं।
2011 में कोटा में ट्रिपल आईटी स्थापित करने की घोषणा की गई थी। यह सार्वजनिक और निजी सहभागिता (पीपीपी) मोड पर शुरू किया गया था। ट्रिपल आईटी के निर्माण पर 50 फीसदी खर्च केंद्र सरकार कर रही है।