राज्य सरकार के एक साल पूरे होने पर एनएचएआई ने इसे लोगों को तोहफे के रूप में खोला है। इसके साथ ही कोटा जिले से बूंदी जिला पहली बार एक्सप्रेस-वे से जुड़ा है। एक्सप्रेस-वे के पूरा होने पर मुंबई से महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान हरियाणा होते हुए दिल्ली तक का सफर निर्बाध शुरू हो जाएगा।
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हाड़ौती के हर जिले को मिलेगा लाभ
बारां से वाहन एनएच-27 के जरिए कराडिया से, झालावाड़ की तरफ से वाहन दरा घाटी को पार कर चेचट और मंडाना के नजदीक गोपालपुरा से, बूंदी जिले के वाहन चालक लबान से और कोटा से वाहन सुल्तानपुर के पास कराडिया से एक्सप्रेस वे चढ़ सकेंगे।पीएम देंगे सौगात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोटा-बूंदी मार्ग पर मेज नदी के निकट पैकेज 12 के तहत 1420 करोड़ रुपए की लागत से तैयार 28.14 किलोमीटर मार्ग का मंगलवार को लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर अतिथि के रूप में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल हरिभाउ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव, जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, कृषि व कृषक कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा मौजूद रहेंगे। यह भी पढ़ें
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मंडाना से लबान तक एक्सप्रेस-वे का ट्रायल शुरू हो गया है। फिलहाल इसे आम लोगों के लिए फ्री रखा गया है। संदीप अग्रवाल, परियोजना निदेशक, एनएचएआई, कोटादरा टनल का तेजी से चल रहा काम
कोटा के मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व एरिया में करीब 5 किमी लंबी और सवाईमाधोपुर में टनल का काम चल रहा है। दोनों टनल का काम पूरा होने के बाद गुजरात से दिल्ली तक एक्सप्रेस वे पर निर्बाध ट्रैफिक शुरू हो जाएगा। गुजरात में भी अंतिम चरण में काम पूरा होने पर दिल्ली से मुम्बई का सफर एक्सप्रेस पर निर्बाध रूप से किया जा सकेगा।
बाइक, थ्री व्हीलर व ट्रैक्टर नहीं चढ़ सकेंगे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर दुपहिया, तिपहिया और ट्रैक्टर जैसे वाहनों को नहीं चलाया जा सकेगा। एक्सप्रेस-वे पर कार, जीप या अन्य चार पहिया वाहनों को 120 किमी प्रति घंटा और ट्रक को 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकते हैं। इससे तेज चलने पर इस पर ऑटोमैटिक चालान काटने के लिए कम्प्यूटराइज्ड मशीनें लगी हैं, जो ऑटोमैटिक चालान बनाएगी।