कोटा

रोते हुए पिता बोले – बेटी को पढऩे के लिए भेजा था, मरने के लिए नहीं

कोटा. दो दिन पहले खुदकुशी करने वाली युवती के परिजनों के बुधवार को कोटा पहुंचने पर पुलिस ने पोस्ट मार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया।

कोटाNov 22, 2017 / 05:58 pm

abhishek jain

 
कोटा .

कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र स्थित होस्टल में दो दिन पहले खुदकुशी करने वाली युवती के परिजनों के बुधवार को कोटा पहुंचने पर पुलिस ने पोस्ट मार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया। शव तीन दिन पुराना होने से परिजनों को उसका अंतिम संस्कार यहीं करना पड़ा।
 

यह भी पढ़ें

इधर कोचिंग छात्रा ने फंदा लगाया तो उधर अभियंता के दबाव में आकर JEn ने की खुदखुशी

 

बिहार के पटना स्थित आनंद कुआ निवासी मनीषा सिंह(19) यहां लैंडमार्क सिटी स्थित होस्टल में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रही थी। जिसने दो दिन पहले रात को कमरे में ही फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने उसका शव मोर्चरी में रखवा दिया था। युवती के पिता आनंद किशोर समेत अन्य परिजन बुधवार कोटा पहुंचे।
 

यह भी पढ़ें

कोटा में हुआ रोड एक्सीडेंट, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री

नितिन गडकरी के दफ्तर तक मचा हड़कंप

 

आनंद ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री को डॉक्टर बनाने के लिए 5 महीने पहले ही यहां भेजा था। जरूरी नहीं कि सभी एक बार में पास हो जाए। दो या तीन साल भी लग जाते तो कोई चिंता नहीं थी। उनके परिवार में 6 और लोग भी यहां से तैयारी कर डॉक्टर बने हैं। उन्हें क्या पता था उनकी बेटी ऐसा कदम उठाएगी। उन्होंने उसे पढऩे के लिए भेजा था मरने के लिए नहीं। मनीषा उनकी बड़ी बेटी थी। उन्होंने कहा कि उसकी मौत के लिए किसी को भी जिमगेदार नहीं ठहराया जा सकता।
 

यह भी पढ़ें

विलासगढ़ की इन राजकुमारियों ने किया था जल जौहर, पद्मावती की तरह इतिहास में नहीं मिली जगह

 

इधर उप निरीक्षक मीरा बेनीवाल ने बताया कि परिजनों के आने पर उनकी मौजूदगी में पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव सौंप दिया। शव तीन दिन पुराना होने से परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार यहीं करने की इच्छा जाहिर की। जिस पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। खुदकुशी का कारण फिलहाल पता नहीं चल सका है।

संबंधित विषय:

Hindi News / Kota / रोते हुए पिता बोले – बेटी को पढऩे के लिए भेजा था, मरने के लिए नहीं

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.