उपखण्ड अधिकारी राजेश डागा ने बताया कि जिनके पास लघु सीमान्त की श्रेणी से अधिक भूमि है वो भी सामाजिक सुरक्षा का लाभ ले रहे है। ऐसे में यह पहला व्यक्ति है जो स्वयं प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर खाद्य सुरक्षा योजना में से नाम हटवाने की पहल की है।
Read more : OMG : अस्पताल के जिस बैड पर थी युवती, उसे क्या पता आसपास ही थे कोरोना पॉजिटिव…. इधर पोस्टमास्टर समेत 14 सरकारी कर्मचारियों को जुर्माना राशि के नोटिस जानकारी के अनुसार आंवा के प्रभुलाल उर्फ कृष्ण गोपाल के नाम सिंचित भूमि है। एक पुत्र है, उसके बाद भी दोनों पति पत्नी के नाम पेंशन स्वीकृत करवा ली। यहीं नहीं खाद्य सुरक्षा में नाम भी सम्मिलित करवा दिया। जबकि उनके पास दो मंजिला 2 हजार वर्गफीट बड़ा मकान है। जांच के बाद उपखण्ड अधिकारी राजेश डागा ने ख़ाद्य सुरक्षा योजना से नाम हटाने के लिए नोटिस जारी कर दिया। पेंशन के लिए विकास अधिकारी को कार्यवाही के लिए लिखा है। सोमवार को जांच के दौरान ग्राम पंचायत बालुहेड़ा का पोस्ट मास्टर रामदयाल नागर का नाम ख़ाद्य सुरक्षा योजना में सम्मिलित पाया गया। डागा ने उक्त व्यक्ति व परिवार का नाम ख़ाद्य सुरक्षा सूची से हटाकर 32 हजार 130 रुपए का वसूली नोटिस जारी किया है। इसी मामले में एक दर्जन लोगों को भी जुर्माना राशि के नोटिस जारी किए हैं।