कोटा

सा’ब ! का बंगला चमकाएंगे तो शहर कैसे साफ होगा ? कर्मचारियों की हाजिरी को लेकर जांच में उगला ये राज

game of recovery कर्मचारी कर रहे अधिकारियों के बंगलो की सफ़ाई, शहर में कीचड़ और हाजिरी में निकल रहा भारी गड़बड़झाला…

कोटाJul 23, 2019 / 09:37 pm

Suraksha Rajora

सा’ब ! का बंगला चमकाएंगे तो शहर कैसे साफ होगा ? कर्मचारियों की हाजरी को लेकर जांच में उगला ये राज

कोटा. नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की सेक्टर कार्यालय व वार्ड में हाजिरी लगाने के लिए बॉयोमैट्रिक मशीनें खराब कर बड़ा खेल किया जा रहा है। सफाई अनुभाग के कर्मचारियों की हाजिरी लगाने के लिए वसूली का खेल चल रहा है। इसमें उच्चाधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
वार्डों के सफाई कर्मचारी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के बंगलों की सफाई कर रहे हैं, एेसे में वार्डों में सफाई कैसे होगी। वार्ड ३३ में सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति लगाने में गड़बड़ी की शिकायतों पर मंगलवार सुबह सवा १० बजे महापौर महेश विजय और क्षेत्रीय पार्षद राममोहन मित्रा ने रायपुरा सेक्टर कार्यालय की औचक जांच की।
हाजिरी रजिस्टर की जांच में कई गड़बडि़यां सामने आई। जमादारों को सभी सफाई कर्मचारियों को सेक्टर कार्यालय बुलाने को कहा तो बगले देखने लग गए, महापौर की सख्ती के बाद बमुश्किल पांच-छह कर्मचारी यहां पहुंचे, जबकि १०.३० बजे तक वार्ड में सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी रहती है। पूछताछ में सामने आया कि जो कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आते हैं, उनकी हाजिरी लगाने के लिए मासिक बंधी ली जाती है, कर्मचारियों के आरोपों को लेकर यहां सेक्टर के कर्मचारियों में तकरार भी हुई।
जांच की सूचना पर स्वास्थ्य निरीक्षक प्रकाश महाराजा मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि वे समय-समय पर निरीक्षक करने आते हैं जो गायब रहते है, उस कर्मचारी की अनुपस्थिति दर्ज की जाती है। —कोई आठ माह से कोई छह माह से गैर हाजिरमहापौर ने सेक्टर कार्यालय से हाजिरी रजिस्टर जब्त कर लिया और एक-एक कर्मचारी की उपस्थिति की जांच की तो पाया कि मंजू नाम की महिला सफाई कर्मचारी छह माह से अनुपस्थित है। दीपमाला कर्मचारी छह माह से अनुपस्थित है।
शीतल नाम की महिला कर्मचारी की एक वक्त की हाजिरी लगी हुई है। हाजिरी रजिस्टर में कांट-छांट की गई थी। कर्मचारियों ने शिकायत की है कि दो तरह के रजिस्टर रखते हैं, यहां अनुपस्थिति दर्ज की जाती है और निगम में जो उपस्थिति रजिस्टर भेजा जाता है उसमें पूरे माह की उपस्थिति दर्ज कर ली जाती है। कर्मचारियों के वसूली की जाती है।-
-एेसे खुली पोल

महापौर : जमादार श्रवण बताओ वार्ड में कितने कर्मचारी लगे हैं?

जमादार : साब सच बताऊंगा, ३२ या ३५ सफाई कर्मचारी लगे हैं

महापौर : वार्ड ६१ की कर्मचारी माया नहीं आई है फिर हाजिरी कैसे लगा दी?
जमादार : पहले तो कहा माया आज काम पर आई थी, बाद में कहा कि वह नहीं आई है।

महापौर : क्या वार्ड में सभी सफाई कर्मचारी आते हैं।

जमादार : एडीएम सिटी आर.डी. मीणा, अतिरक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मील, सहित अन्य अधिकारियों के बंगले पर सफाई कर्मचारी लगा रखे हैं। यहां हाजिरी होती है सफाई वहां करते हैं।
महापौर : किसके कहने पर सफाई कर्मचारी लगाए, क्या अधिकारियों की जानकारी में है

जमादार : मेरे पास सीधा फोन आता है। इसलिए लगा देता हूं।

 

जांच में कई तरह की गड़बडि़यां मिली है। जब्त रजिस्टार के आधार पर अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं। सेक्टर कार्यालय में हाजिरी लगाने में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है। महेश विजय, महापौर

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