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कोटा

दशहरा मेला- दुकानों के लिए घमासान, मेला अध्यक्ष व प्रतिपक्ष नेता आमने-सामने

मेले में दुकानों काे लेकर घमासान जारी है। एक और जहां मेला अध्यक्ष व प्रतिपक्ष नेता आमने-सामने आए है, वहीं कांग्रेस पार्षद प्रदर्शन कर रहे हैं।

कोटाSep 30, 2017 / 12:34 pm

ritu shrivastav

प्रदर्शन करते कांग्रेसी

राष्ट्रीय दशहरा मेले में शनिवार को रावण दहन के साथ रौनक शुरू हो जाएगी। मेले के लिए दशहरा मैदान तैयार हो चुका है। दुकानें सज गई हैं। शुक्रवार को दिनभर व्यापारी दुकानों को सजाने में लगे रहे। वहीं छोटे दुकानदारों को अभी भी जगह नहीं मिली है। वह शुक्रवार को दिनभर निगम अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे। उधर, कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को मनमर्जी से दुकानों की जगह देने का आरोप लगाते हुए निगम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। कांग्रेस पार्षद मेले का दौरा कर रहे आयुक्त व मेयर का पीछा करते रहे। 350 से अधिक छोटे दुकानदार निगम के चक्कर लगा रहे है।
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कांग्रेस पार्षदों ने किया प्रदर्शन

निगम में नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, पार्षद दिलीप पार्षद, मोहम्मद हुसैन मोम्दा, शमा मिर्जा, मोनू कुमारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में दुकानों से वंचित दुकानदारों को लेकर प्रदर्शन किया और भाजपा बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारी आयुक्त व महापौर के समक्ष विरोध दर्ज करवाने उनके चैम्बर तक पहुंचे तो पता चला कि वे मेले का दौरा करने गए हैं। कांग्रेस पार्षद दशहरा मैदान पहुंच गए। इसके बाद महापौर के वार्ता हुई। उनका कहना था कि मेला समिति में दुकानों का आवंटन लॉटरी से करने का निर्णय हो चुका है तो फिर गुपचुप दुकानों का आवंटन क्यों किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि नियमों से परे जाकर जगह आवंटित की तो एसीबी में शिकायत देंगे और आवंटन निरस्त करवाएंगे। महापौर महेश विजय ने कांग्रेस पार्षद दल को आश्वस्त किया कि एक-दो दिन में शेष रहे दुकानदारों को भी उचित जगह पर दुकानें देने का प्रयास किया जाएगा।
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मेला अध्यक्ष व प्रतिपक्ष नेता आमने-सामने

दशहरा मेले में दुकानों को लेकर मेला समिति और कांग्रेस पार्षद आमने-सामने हो गए। दुकान आवंटन में गड़बड़ी के विरोध में कांग्रेस पार्षदों के प्रदर्शन करने के बाद मेला समिति अध्यक्ष राममोहन मित्रा ने प्रतिपक्ष नेता अनिल सुवालका पर आरोप लगाया कि दुकानों की जगह नहीं देने पर दबाव बना रहे हैं। मित्रा ने आरोप लगाया कि सुवालका ने खुद के लिए और पार्षद दिलीप पाठक के लिए मेले में पांच दुकानों की जगह मांगी थी। पांच दुकानें नहीं देने पर शुक्रवार सुबह तीन दुकानें देने की मांग रखी थी। मित्रा ने सुवालका से कहा कि दुकानों के लिए आवेदन नहीं किया, कैसे जगह देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार को तीन दुकानों की जगह देने के लिए बार-बार दबाव बना रहे थे। उधर प्रतिपक्ष नेता सुवालका ने कहा कि भाजपा नेताओं की सिफारिश पर दुकानें देने का विरोध करने पर मेला समिति अध्यक्ष झूठा आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस पार्षद दुकानों के आवंटन में गड़बड़ी नहीं होने देंगे।
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निजी संस्थाओं की प्रदर्शनियां नहीं लगेंगी

निगम आयुक्त ने शुक्रवार को मेले का दौरा करने के बाद मेले में निजी संस्थाओं की ओर से लगाई जाने वाली प्रदर्शनियों की जगह को खत्म कर दिया है। यहां 40 प्रदर्शनियां लगती थी। यू मार्केट में भी 12 दुकानें की जगह हटा दी गई। इस पर मेला समिति ने आपत्ति जताई है। दशहरा मेला में राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड मंडल कोटा की ओर से समाज सेवा शिविर लगाया गया है। शिविर में दूसरे दिन स्काउट के मंडल सचिव यज्ञदत्त हाडा, समाजसेवी विमलचंद जैन ने ध्वजारोहण किया। मेले में एक अक्टूबर को रक्तदान दिवस पर रक्तदान का संकल्प दिलाया जाएगा। दुकानदारों को बालश्रम रोकथाम के सम्बन्ध में जानकारी दी। शिविर संचालक रूपचंद शर्मा ने अतिथियों का स्काउट विधि के अनुसार स्कार्फ पहनाकर स्वागत किया।

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