यूनियन की ओर से नहरी तंत्र का ड्रेनेज सिस्टम खराब होने से खेतों में बारिश का पानी भरने की समस्या उत्पन्न हुई। ऐसे में जलप्लावन वाले खेतों का सर्वे करवाकर किसानों को शीघ्र मुआवजा राशि दी जाए। घघटाना निवासी किसान मुकेश कुमार सैनी व मेहराना के कृष्ण कुमार नागर ने बताया कि खेतों में पानी भरने से सोयाबीन व उड़द की फसल खराब होने के कगार पर है।
उधर, भाजयुमो के गिर्राज गौतम ने अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का शीघ्र सर्वे करवाकर लागत के आधार पर सम्पूर्ण फसल का मुआवजा देने की राज्य सरकार से मांग की है। गौतम ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने चम्बल सिंचित क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम के लिए 1275 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे, लेकिन उसका सदुपयोग नहीं किया गया।