कोटा

कोटा के निगम और पुलिस को हुआ जलेबी की चाशनी का नशा, पूरी तरह से डूबा

कोटा. कोटा की निगम और पुलिस को जलेबी की चाशनी का नशा हो गया है। वह पूरी तरह से इसमें डूब गए हैं।

कोटाDec 27, 2017 / 09:04 am

abhishek jain

शहर के पुराने बाजार लाडपुरा में भारतेंदु समिति भवन के सामने बीच सड़क पर रोजाना लग रहा जलेबी का काउंटर नगर निगम के अतिक्रमण रोधी दस्ते के हटाने के बाद वापस आ जमा। काउंटर संचालक पर निगम की चेतावनी बेअसर रही।
स्थानीय बाशिंदों की शिकायत के बाद निगम के अतिक्रमणरोधी दस्ते ने सोमवार को लाडपुरा क्षेत्र में पहुंच कर दुकान के सामान हटाए थे, साथ ही काउंटर संचालक को कड़ी चेतावनी दी थी लेकिन ये बेअसर ही साबित हुई।
मंगलवार को भी शाम चार बजे फिर से उसी जगह पर काउंटर लगा। इससे बार-बार सड़क पर वाहनों का जाम लगता रहा।
 

यह भी पढ़ें
हमारी पहुंच चंद्रमा और अंतरिक्ष तक, फिर भी हमारा किसान भूखा: नोटबंदी चाणक्य बोकिल

 

क्षेत्र के बाशिंदों की सूचना पर जब ‘पत्रिका टीम’ मौके पर पहुंची तो यहां दुपहिया वाहन खड़े नजर आए। इसके चलते वाहन चालकों व राहगीरों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ी। अन्य लोगों ने बताया कि यहां रोज बार-बार जाम लगता है। कई बार नगर निगम के अतिक्रमण रोधी दस्ते, रामपुरा पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करा दी। इसके बाजवूद ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
स्थानीय दुकानदार गंगाबिशन बंसल का कहना है कि इस काउंटर को हटाने के लिए व्यापार संघ तक को भी शिकायत कर दी, निगम, पुलिस में भी शिकायत कर दी है। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं कर रहे। सब के सब जलेबी की चाशनी में डूबे हुए हैं। कांउटर संचालक ने अब तो इतनी मनमानी करना शुरू कर दिया कि सीढिय़ों पर पानी के कैम्पर, स्टूल, कुर्सियां रखना शुरू कर दिया। शिकायत पर दिन में कार्रवाई करने आते हैं, जबकि यहां जलेबी का काउंटर शाम चार बजे लगता है, जो रात दस बजे तक लगता है। निगम वाले शाम को आएं तो आंखें खुले।
 

यह भी पढ़ें
ढाई महीने से जिस बंदर ने एक हाथ के दम पर मचा रखा था आतंक, उसे पकड़ने के लिए मथुरा से बुलाने पड़े लोग


कोटा नगर निगम अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास का कहना है कि जलेबी काउंटर संचालक को कड़ी चेतावनी दी थी। उसने दुबारा सड़क पर काउंटर लगा लिया है तो बुधवार को कार्रवाई कर उसके सारे सामान जब्त कर लिए जाएंगे।

संबंधित विषय:

Hindi News / Kota / कोटा के निगम और पुलिस को हुआ जलेबी की चाशनी का नशा, पूरी तरह से डूबा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.