प्रदेश में निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव में आधुनिक तकनीक वाली वर्जन-3 की ईवीएम का उपयोग करेगा। जिले के छहों विधानसभा क्षेत्र के लिए करीब 3500 ईवीएम आवंटित हुई हैं। ईवीएम में मतदान करने वाले को वीवी पैट में सात सैकंड तक एक पर्ची दिखाई देगी। इसमें वह देख सकेगा कि उसने जिस प्रत्याशी को वोट दिया, वोट उसे ही गया या नहीं।
असंतुष्ट होने पर कर सकेंगे शिकायत
असंतुष्ट होने पर मतदाता शिकायत कर सकेगा। एम-3 वर्जन की नई ईवीएम पहले की तुलना में छोटी है। अभी तक चुनाव 2006 मॉडल की ईवीएम से कराए जा रहे थे। नई ईवीएम एम थ्री आने के बाद पुरानी मशीनों को चुनाव में उपयोग में नहीं लिया जाएगा। निर्वाचन विभाग की ओर से कोटा जिले के लिए मिली ईवीएम की सोमवार को प्रथम स्तरीय जांच हुई। इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया। देहात कांग्रेस की ओर से मशीनों का अवलोकन करने पहुंचे सुरेश गुर्जर ने बताया कि उन्हें मशीन की पूरी जानकारी नहीं दी गई। वहां सब अपने काम में व्यस्त थे। किसी तकनीकी विशेषज्ञ ने उन्हें जानकारी नहीं दी।
EVM में ये होगी नई व्यवस्था प्रदेश चुनावों में काम में ली जाने वाली EVM मशीन में नई व्यवस्था के तहत मतपत्र पर चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी की 2 गुणा 2.5 सेमी आकार की फोटो भी लगी होगी। नई व्यवस्था के तहत ईवीएम मतपत्र पर अब प्रत्याशी का नाम, फोटो और अंत में चुनाव चिन्ह दर्शाया जाएगा।
वहीं नोटा में फोटो की जगह स्थान खाली रखा जाएगा तथा नोटा का चिन्ह भी अंकित होगा। भगत ने बताया कि सेवा नियोजित मतदाताओं को भेजे जाने वाले मतपत्रों में भी फोटो अंकित होगी लेकिन उन मतपत्रों में सबसे पहले प्रत्याशी का अंग्रेजी और हिंदी में नाम, फिर चुनाव चिन्ह और आखिर में फोटो अंकित होगी।