देश की आजादी के साढ़े 70 साल बाद नए साल में कसार ग्राम पंचायत का खानपुरिया गांव रोशन हुआ। गांव में बने कच्चे-पक्के मकानों में बल्व, टयूबलाइटें जली। लोगों ने चिमनियां, लालटेन छोड़ बिजली की रोशनी में गृहस्थी के सब काम किए। गुरुवार को स्थानीय विधायक भवानी सिंह राजावत ने गांव में पहुंच कर लोगों से बिजली की रोशनी में काम करने का अनुभव साझा किया।
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इस दौरान राजावत ने गांव के बीच में लगे एक विद्युत पोल पर लगे बोर्ड का स्विच दबाकर अधिकृत रूप से गांव में बिजली पहुंचने का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में फोरलेन निर्माण कम्पनी मोंटे कार्लो के प्रबंधक दीपक प्रधान ने खानपुरिया से फोरलेन तक, खानपुरिया से शंकरपुरा तक सड़क निर्माण की घोषणा की। राजावत ने एक ट्यूबवैल व चौपाल निर्माण के लिए पांच लाख रुपए देने की घोषणा की।
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मंदिर को कृष्ण सर्किट से जोड़ने का प्रस्तावइस दौरान भाजपा देहात जिलाध्यक्ष जयवीर ङ्क्षसह, थोक फल सब्जीमंडी अध्यक्ष ओम मालव, ट्रक यूनियन के महासचिव नवरतन सिंह राजावत, मण्डल अध्यक्ष जगदीश हाड़ा, सरपंच सीताराम चावड़ा, मण्डाना सरपंच रमाकांत गौतम, मांदलिया सरपंच भरत सिंह आदि मौजूद थे।
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लाइट पहुंचने से ग्रामीणों में खुशी की लहर खानपुरया में फैला उजाला देश को बिजली देने वाले शहर कोटा के पास के कसार ग्राम पंचायत के खानपुरया गांव में आजादी के बाद पहली बार बिजली पहुंची है। रौशनी का बल्ब जलता देखकर ग्रामीणों की खुशी का ठिकान नहीं है। ग्रामीणों ने एक जाजम पर बैठकर शासन और प्रशासन का बिजली पहुंचाने के लिए आभार जताया है।
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खानपुरया गांव में 50 घरों की आबादी है, जिसमें से करीब 40 घर भील समुदाय के है। दस घर गुर्जरों के है। मंगलवार रात को बिजली चालू की तो लोगों ने खुशियां बनाई। गांव रौशनी से जगमग हो गया। इस मौके पर विद्युत निगम के कर्मचारी भी मौजूद थे। विद्युत निगम के कर्मचारियों ने 1700 रुपए लेकर 45 कनेक्शन जारी किए। इस मौके पर सरपंच सीताराम चावडिय़ा,जगदीश हाड़ा, पूर्व सरपंच प्रेमराज बंजारा, राजू तामड़ आदि मौजूद थे।