कोटा

70 साल बाद रोशन हुआ कोटा का खानपुरया गांव, पहली बार घरों में जला लट्टू तो खिल उठे चेहरे

आजादी के 70 साल बाद कोटा के खानपुरया गांव में मंगलवार रात पहली बार बिजली पहुंची। घरों में लट्टू जले तो गांव में खुशियां छा गई।

कोटाJan 04, 2018 / 06:59 am

​Zuber Khan

कोटा . कसार. देश को आजाद हुए 70 साल हो गए, लेकिन प्रदेश में आज भी कई गांव ऐसे हैं जहां वन विभाग की आपत्ति व अन्य अड़चनों के कारण बिजली नहीं पहुंची है। इन गांवों में कोटा जिले के कसार ग्राम पंचायत के खानपुरया गांव भी शामिल था।
 

यह भी पढ़ें

अब कोटा के गांवों में ढूंढते रह जाओगे हाथ में लौटा



यहां के लोग मंगलवार शाम तक चिमनी की रोशनी पर निर्भर थे, लेकिन रात तक बिजली चालू हुई तो गांव जगमग हो उठा। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गांव में आजादी के बाद पहली बार बिजली पहुंची है। रोशनी का बल्ब जलता देखकर ग्रामीणों की खुशी का ठिकान नहीं है। ग्रामीणों ने एक जाजम पर बैठकर शासन और प्रशासन का बिजली पहुंचाने के लिए आभार जताया है।
 

यह भी पढ़ें

जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क के परदेसी पावणो ने भी न्यू इयर मनाने के लिए चुना हाड़ौती



खानपुरया गांव में 50 घरों की आबादी है, जिसमें से करीब 40 घर भील समुदाय के है। दस घर गुर्जरों के है। मंगलवार रात को बिजली चालू की तो लोगों ने खुशियां बनाई। गांव रौशनी से जगमग हो गया। इस मौके पर विद्युत निगम के कर्मचारी भी मौजूद थे। विद्युत निगम के कर्मचारियों ने 1700 रुपए लेकर 45 कनेक्शन जारी किए।
 

यह भी पढ़ें

कोटा सेंट्रल जेल में खूंखार अपराधियों का खौफ, पति की जान बचाने को पत्नियां बेच रही मंगलसूत्र



सरपंच सीताराम चावडिय़ा ने बताया कि मंगलवार शाम तक घरों में चिमनी से ही उजाला होता था। रात के समय बच्चों को पढ़ाई करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए चिमनी की रोशनी में पढ़ाई करनी पड़ती थी। अब बिजली मिलने से काफी परेशानियों का समाधान हो जाएगा।

 

यह भी पढ़ें

बूंदी में बवाल: पुलिस से भिड़े बंद समर्थक, गिरफ्तार किया तो शहर में लगा दी आग, तस्वीरों में देखिए पल-पल का हाल



इस मौके पर जगदीश हाड़ा, पूर्व सरपंच प्रेमराज बंजारा, राजू तामड़ सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे। गौरतलब है कि इससे पहले भी लुहावद पंचायत के एक गांव में भी आजादी के बाद पहली बार बिजली पहुंची थी। ग्रामीणों ने बैंडबाजों के साथ रैली निकालकर प्रशासन का आभार जताया।

संबंधित विषय:

Hindi News / Kota / 70 साल बाद रोशन हुआ कोटा का खानपुरया गांव, पहली बार घरों में जला लट्टू तो खिल उठे चेहरे

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.