पीडिता ने पुलिस को बताया कि वह दिहाड़ी मजदूर है। हर रोज मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पाल रही है। वह शाम के वक्त काम से लौट रही थी और ठेकेदार से पैसा लेने के कारण उसे कुछ देरी हो गई थी। रात के समय रेलवे कॉलोनी के नजदीक से गुजर रही थी। इस दौरान कॉलोनी के पास बैठे कुछ लड़कों ने रोक लिया। उसे उठा ले गए और नजदीक के ही एक खंडहर में ले गए। उसका मुंह दबाया और बाद में मुंह को बांध दिया।
उसके बाद उसके साथ गैंगरेप किया गया। वह चीखने की कोशिश करती तो उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने बताया कि पीडिता मूल रूप से एमपी की रहने वाली है। उसके तीन बच्चे हैं। बच्चे घर में मां का इंतजार कर रहे थे। लेकिन पीडिता सीधे पुलिस थाने पहुंची। पुलिस ने उसका मेडिकल कराया है। उसने कुछ आरोपियों को पहचान लिया था, उसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया और आठ में से सात आरोपी दबोच लिए। पीडिता इस घटना के बाद से सदमे में है।