गौरतलब है कि पिछले साल सत्र 22-23 में कोटा जिले का प्रदर्शन बेहद खराब चल रहा था और लगातार यह संभाग के जिलों से भी पिछड़ रहा था, लेकिन शिक्षा अधिकारियों, पीईओ ने धीरे-धीरे प्रदर्शन में सुधार कर इसे आगे बढ़ाते हुए 2024 में पहली बार कोटा जिले को नम्बर वन रैंक पर ला दिया। जबकि चूरू 2, झुंझुनूं 3, भरतपुर 4, हनुमानगढ़ 5वें स्थान पर है। हाड़ौती की बात करें तो बूंदी 11वें, झालावाड़ 12वें, बारां जिला सबसे 33वें स्थान पर है।
ऐसे बढ़े हम
समसा की एडीपीसी उषा पंवार ने बताया कि सत्र 22-23 में 33वें स्थान पर कोटा जिला रहा था। उसके बाद 28, 25, 21, 18, 11, 9, 3, 2 व फिर नम्बर वन रैंकिंग पर आ गया।
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ये हैं टॉप 10 जिले (शिक्षा विभाग की जिला आधारित रैंकिंग)
रैंक जिला स्कोर
1. कोटा 52.01
2. चूरू 49.70
3. झुंझुनूं 49.20
4. भरतपुर 49.03
5. हनुमानगढ़ 47.10
6. भीलवाड़ा- 46.77
7. राजसमंद 46.36
8. डूंगरपुर 46.13
9. उदयपुर 45.30
10. पाली 44.21
11. बूंदी 43.93
12. झालावाड़ 43.58
13 बीकानेर 43.31
14.दौसा 41.47
15 टाेंक 41.29
16 नागौर 40.00
17 सिरोही 40.00
18 सवाईमाधोपुर 39.38
19 सीकर 36.16
20 चितौडगढ़ 35.30
21 अजमेर 34.63
22 प्रतापगढ़ 33.03
23 बाड़मेर 32.48
24 गंगानगर 32.22
25 जालोर 31.97
26 करौली 30.45
27 अलवर 30.45
28 जोधपुर 30.20
29 जैसलमेर 29.78
30 बांसवाड़ा 29.07
31 धौलपुर 28.96
32 जयपुर 24.29
33 बारां 23.59
ये मापदंड रहे
– गत माह में कुल नामांकन के संदर्भ में विद्यालयों की औसत उपिस्थति का प्रतिशत
– वर्तमान माह में विद्यार्थियों को पुस्तकों का वितरण करने वाले स्कूलों का प्रतिशत
– बोर्ड परीक्षाओं में 4 या 5 स्टार रैटिंग प्राप्त करने वाले विद्यालयों का प्रतिशत
– कुल नामांकन में प्रतिशत वृद्धि पर
– जिले में उजियारी पंचायतों का प्रतिशत
– विद्यार्थियों का जनआधार प्रमाणीकरण
– ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से प्राप्त राशि पर आधारित अंक
– पीटीएम में अभिभावकों की उपिस्थति
– एसएमसी व एसडीएमसी बैठक आयोजित करना
– आईसीटी लैब व स्मार्ट कक्षा-कक्ष युक्त विद्यालय का प्रतिशत
– विद्यालयों में खेल मैदान विकसित