कोटा

#sehatsudharosarkar: डेंगू-स्वाइन फ्लू निगल गया 3 और जिंदगी, लड़ते रहे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ

स्वाइन फ्लू और डेंगू लगातार लोगों की जान ले रहा है। वहीं सरकारी हॉस्पिटल के चिकित्सक और नर्सिंग कर्मी जांच रिपोर्टों के लेकर आपस में भिड़ रहे हैं। 

कोटाSep 16, 2017 / 10:05 am

​Vineet singh

doctor and nursing staff dispute in MBS Hospital

कोटा में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के हालात दिनों दिन खराब होते जा रहे हैं। डेंगू, स्वाइन फ्लू और स्क्रब टायफस रोजना लोगों की जान ले रहा है, लेकिन इस इमरजेंसी में भी स्वास्थ्य सेवाओं की दशा सुधारने के बजाय जिम्मेदार आपस में ही भिड़ने में जुटे हैं। शुक्रवार को डेंगू ने दो और स्वाइन फ्लू ने एक मरीज की जान ले ली। जबकि एमबीएस हॉस्पिटल के चिकित्सक और नर्सिंग स्टॉफ जांच रिपोर्ट को लेकर आपस में भिड़ गए और चिकित्सक की फटकार के बाद नर्सिंग कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया।
एमबीएस हॉस्पिटल में शुक्रवार को एक डॉक्टर की फटकार के बाद नर्सिंगकर्मियों ने डेढ़ घंटे तक कार्य बहिष्कार रखा। बाद में समझाइश पर नर्सिंगकर्मी काम पर लौटे। नर्सिंगकर्मियों का आरोप है कि डॉ. विजय सरदाना ने बिना वजह नर्सिंगकर्मी को फटकार लगाई। डॉ. सरदाना ने बैड नंबर चार पर भर्ती विष्णु की डेंगू की जांच लिखी थी। मरीज ने जांच निजी लैब से करवा ली। शुक्रवार सुबह राउंड पर आए डॉ. सरदाना ने जांच देखी तो मरीज के परिजन को बुलवाकर इसकी जानकारी ली। इसके बाद नर्सिंगकर्मी देवकीनंदन को बुलाया और उसे फ टकार लगाई।
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नर्सिंग कर्मियों ने कर दिया कार्य बहिष्कार

देवकीनंदन ने बताया कि उन्होंने डॉ. सरदाना को जानकारी दी थी कि मरीज के परिजनों ने बिना बताए ही जांचें बाहर करवा ली, लेकिन सरदाना ने सभी नर्सिंगकर्मियों को बाहर निकलवाने की धमकी दी। जिसके बाद नर्सिंगकर्मियों ने काम का बहिष्कार कर दिया। सभी नर्सिंगकर्मी एकत्रित होकर प्रिसिंपल और अधीक्षक के पास पहुंचे और शिकायत की। इधर, डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि मरीज को डेंगू एलाइजा की जांच लिखी गई थी। जब अस्पताल की लैब में जांच की सुविधा है तो बाहर जांच करवाने की कोई जरूरत ही नहीं थी।
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डेंगू से दो और स्वाइन फ्लू से एक की मौत

शुक्रवार को डेंगू व स्वाइन फ्लू से तीन और जाने चली गई हैं। डेंगू पीडि़त इन्द्र विहार निवासी 50 वर्षीय सरोज धाकड़ की शुक्रवार तड़के झालावाड़ रोड स्थित निजी हॉस्पिटल में मौत हो गई। जबकि छह दिन पहले उनके पति दलपत सिंह की भी डेंगू से मौत हो चुकी है। हॉस्पिटल निदेशक डॉ. आर. के. अग्रवाल ने बताया कि डेंगू से सरोज को मल्टी ऑर्गन फैल्योर हो गया था। जिसके बाद उनकी मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर राजीव नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान में कार्यरत शिक्षक की 28 वर्षीय पत्नी बबीता झा की भी डेंगू से इसी हॉस्पिटल में मौत हो गई। जबकि कोटा जिले के बूढ़ादीत निवासी एक गर्भवती की एमबीएस अस्पताल में देर रात को स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। उसे 11 सितम्बर को भर्ती कराया गया था। बुधवार को स्वाइन फ्लू रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी।

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