गौरतलब है कि लाडपुरा विधायक भवानीसिंह राजावत ने रविवार को लाडपुरा विधानसभा के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा था कि बिजली विभाग कभी कोई उद्योगपति की वीसीआर नहीं भरता, गरीब किसान को ही चोर मानकर उसकी वीसीआर भरता है। जो उसके ऊपर बड़ा कुठाराघात है, ऐसे बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी वीसीआर भरने, कनेक्शन काटने गांव में आएं तो उन्हें पेड़ से बांध दो, ताकि वो दोबारा गांव में आने की हिम्मत नहीं करें।
इसके जवाब मेें सोमवार को विद्युत निगम के संभागीय मुख्य अभियंता बीएल पचेरवाल ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि व अधिकारी दोनों राष्ट्र हित में काम कर रहे हैं। अधिकारी पूर्ण निष्ठा से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। अगर कोई अधिकारी अपनी ड्यूटी में लापरवाही करता है तो उन्हें अवगत कराए, लेकिन जनप्रतिनिधियों को भी चाहिए कि वे अधिकारियों, कर्मचारियों का मनोबल नहीं गिराएं। उन्होंने कहा कि विद्युत निगम ने तीन साल में डेढ़ लाख उपभोक्ताओं को नए विद्युत कनेक्शन बांटे हैं। जहां बिजली की छीजत है, वहां उपभोक्ताओं से समझाइश कर रहे हैं, लेकिन किसी उपभोक्ता को निगम द्वारा परेशान नहीं किया जा रहा।
मीडिया को जारी पत्र में यह लिखा पचेरवाल ने
बहुत संभव है अभिव्यक्ति का भाव केवल त्रुटिपूर्ण कार्यवाही के संदर्भ में हो रहा, किंतु जनता शब्दों के अर्थ पर चली जाती है और वास्तविक भावना के विपरीत अनुशासनात्मक एवं नीति विहीनता की असहज नकारात्मक क्रियान्विति हो जाती है। वीसीआर भरने का कार्य दोषपूर्ण उपभोग होने पर चयनित दोषी उपभोक्ताओं के लिए होता है। सामान्य उपभोक्ता को नियमित उपभोग में विद्युत विभाग स्पर्श भी नहीं करता है। जन सामान्य से यहीं गुजारिश है कि विद्युत विभाग उनकी सेवार्थ ही सरकारी उपक्रम है। सरकार को समर्थन देने में सदनीति एवं संवैधानिक कर्म एवं सहयोग की अपेक्षा की जाती है। विद्युत विभाग का कोई भी अभियंता या कर्मचारी कोई अवैधानिक कार्य करता है तो सीधे सूचित करें। अविलम्ब कार्यवाही होगी।
जनता भ्रमित नहीं हो, उचित मार्गदर्शन में मीडिया सहयोग करे। सरकारी अभियंता, कर्मचारी को निर्देशित कार्य में बाधा पहुंचाना अपराध की श्रेणी में आता है। निरंकुशता एवं अनुशासनहीनता को कानून इजाजत नहीं देता। विधान के विपरीत कार्य नहीं करने का अनुरोध है। हमारा कोटा शांतिप्रिय एवं शिक्षित क्षेत्र है। कानून के दायरे में काम करें और करने दे। यहीं शुभाकांक्षा है। मेरा निजी अभिमत है कि जनता नेता और अधिकारी सब के लिए राष्ट्रीयता और मानवता सर्वोपरि है।
बहुत संभव है अभिव्यक्ति का भाव केवल त्रुटिपूर्ण कार्यवाही के संदर्भ में हो रहा, किंतु जनता शब्दों के अर्थ पर चली जाती है और वास्तविक भावना के विपरीत अनुशासनात्मक एवं नीति विहीनता की असहज नकारात्मक क्रियान्विति हो जाती है। वीसीआर भरने का कार्य दोषपूर्ण उपभोग होने पर चयनित दोषी उपभोक्ताओं के लिए होता है। सामान्य उपभोक्ता को नियमित उपभोग में विद्युत विभाग स्पर्श भी नहीं करता है। जन सामान्य से यहीं गुजारिश है कि विद्युत विभाग उनकी सेवार्थ ही सरकारी उपक्रम है। सरकार को समर्थन देने में सदनीति एवं संवैधानिक कर्म एवं सहयोग की अपेक्षा की जाती है। विद्युत विभाग का कोई भी अभियंता या कर्मचारी कोई अवैधानिक कार्य करता है तो सीधे सूचित करें। अविलम्ब कार्यवाही होगी।
जनता भ्रमित नहीं हो, उचित मार्गदर्शन में मीडिया सहयोग करे। सरकारी अभियंता, कर्मचारी को निर्देशित कार्य में बाधा पहुंचाना अपराध की श्रेणी में आता है। निरंकुशता एवं अनुशासनहीनता को कानून इजाजत नहीं देता। विधान के विपरीत कार्य नहीं करने का अनुरोध है। हमारा कोटा शांतिप्रिय एवं शिक्षित क्षेत्र है। कानून के दायरे में काम करें और करने दे। यहीं शुभाकांक्षा है। मेरा निजी अभिमत है कि जनता नेता और अधिकारी सब के लिए राष्ट्रीयता और मानवता सर्वोपरि है।
बीएल पचेरवाल, संभागीय मुख्य अभियंता, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, कोटा जोन