यह भी पढ़ें
मुकुंदरा हिल्स को आबाद करेंगे रणथंभौर के टाइगर करवानी हैं अस्थाई सुविधाएं उपलब्ध मेले के लिए दशहरा मैदान डवलपमेंट प्रोजेक्ट को बीच में रोककर आवश्यक सुविधाएं जुटानी थीं। इसके तहत मैदान समतल करने, रोड नेटवर्क, विद्युत व्यवस्था और पेयजल आपूर्ति व्यवस्था प्रमुख कार्य हैं। इनमें से कोई काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है, जबकि मैदान को 10 सितम्बर तक मेले के लिए उपयोगी बनाने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें
आईटीआई में कितनी ट्रेड हैं नहीं बता सके तकनीकी शिक्षा उपनिदेशक रंगमंचों के उड़े रंग पत्रिका ने जब दशहरा मैदान का ऑडिट किया तो पता चला कि श्रीरामरंगमंच की अभी छत ही डाली गई है, लेकिन मैदान अभी तक समतल नहीं किया जा सका है। वहीं विजयश्री रंगमंच पर आरसी डालने के बाद सिर्फ 35 फीसदी काम ही हो सका है। जबकि विजयश्री रंगमंच पर तो सिर्फ 25 फीसदी काम ही हो सका है। इस मंच के सामने रावण दहन देखने के लिए बनाए जा रहे वीआईपी चौपाल का कार्य भी अधूरा है। यहां 800 लाइटें भी लगाई जानी हैं। Read More: ब्रेन हेमरेज से हुई आईआईटियन की मौत उखड़ी पड़ी हैं सड़कें, फूडकोर्ट की छत ही नहीं दहशरा मैदान में फूडकोर्ट का प्लेटफॉर्म तैयार हो गया है, लेकिन छत डालने का काम अभी बाकि है। इस काम को अब मेला खत्म होने के बाद पूरा किया जाएगा। प्रदर्शनी स्थल तैयार है, लेकिन शेड नहीं बन पाया। वहीं दशहरा मैदान तक आने वाली सड़कों का हाल बेहद बुरा है। किशोपुरा रोड की चौड़ाई 20 से 60 फीट करने का कार्य शुरू नहीं हुआ। शक्तिनगर रोड को 40 से 60 फीट चौड़ा करने का कार्य शुरू नहीं हुआ। दशहरा मैदान की आंतरिक सड़कों का निर्माण भी नहीं हुआ। अब मिट्टी के रास्ते तैयार किए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें