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चिकित्सा विभाग की रिपोर्टिंग में ऐसे मरीज पकड़ में आए हैं। इस बीच राहत की बात यह है कि चिकित्सा विभाग ने 5 हाई रिस्क एरिया में डेंगू को कंट्रोल करने में सफलता पाई है, लेकिन शहर के अन्य इलाकों में डेंगू बेकाबू हो गया है। डेंगू का कहर इस कदर है कि इस सीजन में आंकड़ा 500 के पार जा पहुंचा है। यह भी पढ़ें
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कोचिंग क्षेत्र प्रभावित
डेंगू के डंक से कोचिंग क्षेत्र भी प्रभावित है। अकेले तलवंडी, केशवपुरा, महावीरनगर इलाके में इस सीजन में 106 डेंगू पॉजीटिव मिल चुके हैं।
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599 भूखण्डों में भरा पानी
जिला प्रशासन ने 599 भूखण्डों को चिह्नित किया है। इनमें पानी भरा पड़ा है। इनमें बड़ी तादात में मच्छर पनप रहे हैं, लेकिन न्यास व निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की। कुछ भूखण्ड तो बरसों से खाली पड़े हैं।
ये है हाईरिस्क एरिया
डीसीएम, भीमगंजमंडी
बोरखेड़ा, शिवपुरा
छावनी-रामचन्द्रपुरा, बंगाली कॉलोनी
तलवंडी, इन्द्रविहार, संजय नगर
एंटी लार्वा एक्टिविटी जारी बाढ़ व बारिश से डेंगू नियंत्रण पर असर पड़ा है। इससे पिछले दो माह में डेंगू का प्रकोप बढ़ा है। विभाग की टीमों ने लगातार एंटी लार्वा एक्टिविटी व फोगिंग की, लेकिन बाढ़ व बारिश ने पानी फेर दिया। इससे एक्टिविटी पर असर पड़ा है, लेकिन हमने हाई रिस्क एरिया में स्थिति नियंत्रित करने में सफलता पाई है। टीमें लगातार एंटी लार्वा एक्टिविटी कर रही हैं। निगम व यूआईटी की चार बड़ी मशीनें व 15 छोटी मशीनें फोगिंग कर रही हैं। घरों में पायथेरियम का छिड़काव करवा रहे हैं। प्रचार-प्रसार से जागरूक कर रहे हैं। लोगों को भी खुद जागरूक होना पड़ेगा।
-डॉ. बीएस तंवर, सीएमएचओ