दरगाह थानाप्रभारी रमेन्द्रसिंह हाड़ा के अनुसार दरगाह कमेटी अध्यक्ष पठान ने रिपोर्ट दी है कि वह समय-समय पर सोशल मीडिया, फेसबुक व अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर सकारात्मक संदेशों को निजी अकाउंट पर पोस्ट करते हैं। उन्होंने कश्मीर में धारा 370 हटाने, सीएए बिल व एनआरसी के पक्ष में समझाइश के लिए अपील की। इसे लेकर उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई। तबलीगी जमात वाले मामले में मौलाना साद को गलत बताने पर भी सोशल मीडिया एवं फोन पर गाली-गलौच की गई। टीवी एंकर अमिश देवगन ने अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया। तब भी उन्हें अपशब्दों के साथ धमकाया गया। हाड़ा ने बताया कि पठान ने ताहिर, शेफी मोहम्मद और शाहरूख का नाम प्रमुख बताया है। प्रारंभिक पड़ताल में सैफी मोहम्मद बूंदी जिले का रहने वाला है। पुलिस ने पठान की रिपोर्ट पर आईटी एक्ट, आईपीसी की धारा 506 और 384 में मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू किया है।
डर कर रहना पड़ रहा है पठान ने रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने ट्विटर, फेसबुक, यू-ट्यूब के माध्यम से राम मंदिर, तीन तलाक के मामले की पहली वर्षगांठ पर शुभकामनाएं दी और गृहमंत्री अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव होने पर पर उनके स्वस्थ होने की कामना की थी। उन्होंने कश्मीर के मुददे पर वीडियो जारी कर कश्मीरी युवाओं से रास्ता न भटकने की अपील की। इसके बाद 10 अप्रेल 2018, 16 अगस्त 2018 व एक दिसम्बर 2018 को फोन कर जान से मारने की धमकी दी गई। मामले में पूर्व में भी अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए लिखा था। लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर भय के माहौल में रहना पड़ रहा है।
खुद को कश्मीरी बताते हैं आरोपी पठान ने बताया कि कश्मीर में भाजपा नेता, उसके पिता, भाई की हत्या करने पर सोशल मीडिया पर संवेदना प्रकट किए जाने के बाद से ही उसे धमकियां मिलना शुरू हुई। इसमें सैफी मोहम्मद, आरिफ नागौरी, तारीफ मिर्जा, शाहरूख मिर्जा, इकबाल मेहर, सादिक खान स्वयं को कश्मीरी और पाकिस्तानी बताते हुए उसके सोशल मीडिया एकाउंट पर अभद्र और अशोभनीय टिप्पणी करते हैं।
इंटरनेट कॉल कर धमकी पठान ने रिपोर्ट में बताया कि सोशल मीडिया के अलावा कुछ अन्य लोगों ने उन्हें इंटरनेट कॉल कर जान से मारने की धमकी दी। इसमें पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के लोगों की भी भागीदारी है। यह सिलसिला लगातार चल रहा है।