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भारी पड़ा दूसरे के सिर ठीकरा फोड़ना मंजीत सिंह खुद नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के मुखिया हैं। यदि शहर में गंदगी रहती है तो यह उनकी व उनके विभाग के अधिकारियों की कमी है। कई बार सफाई व्यवस्था को लेकर जनप्रतिनिधियों की अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है। बैठकों में व्यवस्था सुधारने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय किए गए हैं, लेकिन अधिकारियों की कार्यशैली एेसी है कि छोटे-छोटे सुधारों में ही महीनों गुजर जाते हैं। ऐसे में सार्वजनिक बयान देकर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। विधायक संदीप शर्मा ने उन्हें सलाह दी कि बयानबाजी करने के बजाय मातहतों की जिम्मेदारी तय करें और जो कोटा की सफाई व्यवस्था बिगाड़ने के लिए दोषी हो उस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें। Read More: राजस्थान में पीना है पानी तो दिखाना पड़ेगा आधार कार्ड
हर बैठक का मुद्दा, हालात जस के तस उप महापौर सुनीता व्यास ने भी प्रमुख शासन सचिव के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि विधान सभा से लेकर मुख्यमंत्री तक कई बार सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी जता चुकी है। प्रमुख शासन सचिव पिछले एक साल में एक दर्जन बार कोटा आ चुके हैं, लेकिन सफाई में सुधार के लिए उन्होंने अब तक कुछ नहीं किया। बयानबाजी करने के बजाय उन्हें काम कराने पर जोर देना चाहिए, तभी हालात सुधरेंगे।
हर बैठक का मुद्दा, हालात जस के तस उप महापौर सुनीता व्यास ने भी प्रमुख शासन सचिव के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि विधान सभा से लेकर मुख्यमंत्री तक कई बार सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी जता चुकी है। प्रमुख शासन सचिव पिछले एक साल में एक दर्जन बार कोटा आ चुके हैं, लेकिन सफाई में सुधार के लिए उन्होंने अब तक कुछ नहीं किया। बयानबाजी करने के बजाय उन्हें काम कराने पर जोर देना चाहिए, तभी हालात सुधरेंगे।
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यह कहा था मंजीत सिंह ने सिंह ने शनिवार को निगम कार्यालय में स्मार्ट सिटी पर आयोजित कार्यक्रम में महापौर से कहा कि मैं शहर को देखता हुआ आया हूं। शहर गंदा है, साफ नहीं है। बाहर के लोगों को बुरा लगाता है। थडि़या व वेंडर वाले कंट्रोल में नहीं हैं। वे डस्टबिन नहीं रखते हैं। जगह-जगह प्लास्टिक बिखरी हुई है। न्यास अध्यक्ष आर.के. मेहता से कहा कि आप बूंदी से कोटा कभी आए या गए हो क्या? एंट्री पॉइंट से शहर की हालात खराब है। दोनों जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी साध ली थी। कार्यक्रम में शहर के व्यापार संघों के पदाधिकारी मोबाइल में अपने-अपने क्षेत्र के बाजारों के फोटो खेंचकर लाए थे, मंजीतसिंह को सफाई का आइना दिखाया था।
यह कहा था मंजीत सिंह ने सिंह ने शनिवार को निगम कार्यालय में स्मार्ट सिटी पर आयोजित कार्यक्रम में महापौर से कहा कि मैं शहर को देखता हुआ आया हूं। शहर गंदा है, साफ नहीं है। बाहर के लोगों को बुरा लगाता है। थडि़या व वेंडर वाले कंट्रोल में नहीं हैं। वे डस्टबिन नहीं रखते हैं। जगह-जगह प्लास्टिक बिखरी हुई है। न्यास अध्यक्ष आर.के. मेहता से कहा कि आप बूंदी से कोटा कभी आए या गए हो क्या? एंट्री पॉइंट से शहर की हालात खराब है। दोनों जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी साध ली थी। कार्यक्रम में शहर के व्यापार संघों के पदाधिकारी मोबाइल में अपने-अपने क्षेत्र के बाजारों के फोटो खेंचकर लाए थे, मंजीतसिंह को सफाई का आइना दिखाया था।