गंगापुर सिटी से हुआ था अपहरण, बच्चे का नाम ललित से बदलकर रख दिया था छोटू
वहीं, कोटा पहुंचे सवाईमाधोपुर के चौथ के बरवाड़ा निवासी शंभूदयाल कोली ने बताया कि 9 दिसम्बर 2014 को सवाईमाधोपुर से दिल्ली जाने के लिए ट्रेन में बैठे थे। ट्रेन भरतपुर पहुंची तो चार वर्षीय बेटा ललित कोच में नहीं था। कोच में पहले से बैठा एक व्यक्ति बयाना स्टेशन पर बच्चे को अपने साथ लेकर चला गया था। गंगापुर सिटी जीआरपी थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। गौरतलब है कि अपहरण के बाद ललित को आरोपियों ने विद्याधर नगर स्थित किशनबाग कच्ची बस्ती में अपने साथ रख रखा था। हाल ही में कोटा से लवेश का अपहरण किया तो पकड़े जाने पर ललित भी गैंग के चंगुल में मिला था। इनको किया है गिरफ्तार
पुलिस ने मूलत: हरियाणा के भिवानी हाल किशनबाग झुग्गी झौपड़ी निवासी प्रेम सिंगीवाल (65) उसकी पत्नी लज्जो (55), बेटा अर्जुन (30), कर्ण (22) व मुख्य सरगना मुकेश मदारी (19) को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने मूलत: हरियाणा के भिवानी हाल किशनबाग झुग्गी झौपड़ी निवासी प्रेम सिंगीवाल (65) उसकी पत्नी लज्जो (55), बेटा अर्जुन (30), कर्ण (22) व मुख्य सरगना मुकेश मदारी (19) को गिरफ्तार किया।
शंभूदयाल ने कहा कि भगवान का शुक्र है…उनका बेटा मिल गया। अब जल्दी से कानूनी कार्रवाई के बाद बेटा उन्हें दे दिया जाए तो उसका इलाज करवाएं। उन्होंने बताया कि बेटे का जब अपहरण हुआ, तब वह चार वर्ष का था और उसके कान के पीछे हल्का निशान था, हो सकता है आरोपियों ने निशान मिटा दिया या फिर उम्र बढऩे के साथ निशान स्वत: मिट गया। कोटा में पत्नी के साथ बेटे से मिलने पहुंचे, लेकिन दस वर्ष बाद वह पहचान नहीं पा रहा। दो-तीन घंटे उसके साथ रहे। बेटा और उसकी मां रोते ही रहे।