परिवादी खानपुर निवासी जगदीश सुमन ने झालावाड़ एसीबी को शिकायत दी थी। इसमें बताया था कि उसके बारां सदर थाना के चौकी भैरूपुरा निवासी रिश्तेदार धनराज और जगदीश के खिलाफ गांव के ही रामस्वरूप गुर्जर ने जमीन विवाद के प्रकरण में सदर थाने में मामला दर्ज करवाया था।
मामले में सब इंस्पेक्टर सीताराम ने धनराज और जगदीश से मारपीट और परेशान नहीं करने की एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। 18 फरवरी को परिवादी जगदीश ने 2 हजार रुपए आरोपी को दिए। शेष राशि के लिए सब इंस्पेक्टर परिवादी को लगातार परेशान कर रहा था।
इसकी शिकायत परिवादी ने एसीबी चौकी झालावाड़ को दी थी। एसीबी ने सत्यापन शिकायत सही पाए जाने पर ट्रेप कार्यवाही की। इंस्पेक्टर सीताराम ने थाना परिसर में परिवादी से 3 हजार रुपए लिए और जेब में रख लिए। परिवादी का इशारा पाते ही एसीबी टीम ने आरोपी सब इंस्पेक्टर सीताराम मीणा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। रिश्वत की राशि आरोपी की वर्दी से बरामद कर ली। एसीबी टीम ने आरोपी सीताराम मीणा को भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय कोटा में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था।