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कोटा का भोई मोहल्ला पड़ोसी गोदावरी देवी कश्यप ने बताया कि मोहल्ले के लोगों ने सभी को तिलक लगा कर रवाना किया था। उनके रवाना होने के बाद घर में लेटे थे कि रात को हादसे की सूचना से सबकी नींद उड़ गई। मोहल्ले से कई लोग रात को ही मौके पर रवाना हो गए। ये बने हादसे का शिकार
मृतकों में भोई मोहल्ला निवासी पांची बाई (45) पत्नी बजरंगलाल, लक्ष्मी (50) पत्नी सत्यनारायण, लक्की (4) पुत्र सोनू, कालीचरण (40) पुत्र नाथूलाल कश्यप, बबली (45) पत्नी चौथमल और छावनी के एक मीनार मस्जिद के पास और मूलत: बारां जिले के छीपाबड़ौद निवासी चालक असलम (42) की मृत्यु हो गई। जबकि जीतू (12) पुत्र शंकरलाल, कौशल्या (35) पत्नी दिलीप कुमार, नव्या (7) पुत्री नितेश, आशादेवी (27) पत्नी सोनू गंभीर घायल हैं। मंजूदेवी (25), सोनू (12), जया (16) और पिंकी (22) भी घायल हैं।
मृतकों में भोई मोहल्ला निवासी पांची बाई (45) पत्नी बजरंगलाल, लक्ष्मी (50) पत्नी सत्यनारायण, लक्की (4) पुत्र सोनू, कालीचरण (40) पुत्र नाथूलाल कश्यप, बबली (45) पत्नी चौथमल और छावनी के एक मीनार मस्जिद के पास और मूलत: बारां जिले के छीपाबड़ौद निवासी चालक असलम (42) की मृत्यु हो गई। जबकि जीतू (12) पुत्र शंकरलाल, कौशल्या (35) पत्नी दिलीप कुमार, नव्या (7) पुत्री नितेश, आशादेवी (27) पत्नी सोनू गंभीर घायल हैं। मंजूदेवी (25), सोनू (12), जया (16) और पिंकी (22) भी घायल हैं।
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दादी व पोते की मौत, बहू व बेटी गंभीरदुर्घटना में मृतका बबली और पोते लक्की की मौत हो गई। बहू आशा और बेटी पिंकी घायल है, जिनका उपचार जारी है। बबली के पति चौथमल ने बताया कि कुछ समझ ही नहीं आ रहा है कि अचानक क्या हुआ।
बेहोश हो गई बेटी मृतका पांची देवी के तीन बेटियां हैं। देर रात मोहल्ले में हलचल और आवाजें सुन उनकी भी नींद खुली। मोहल्ले वालों ने पूछा कि तुम्हारी मां के साथ कौन गया है तो बेटी साक्षी को शक हुआ। अचानक पड़ोस के घरसे रोने की आवाज आई तो उसे अनहोनी का अंदेशा हो गया। वह भी रोने-चीखने लगी और बेहोश हो गई। परिजनों ने उसे एमबीएस में भर्ती करवाया। हादसे में पांची देवी की जेठानी लक्ष्मी की भी मृत्यु हो गई है। साथ ही बेटी जया घायल है।
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कार में थे 14 जनेकोटा से नौ सीटर कार में 14 जने रवाना हुए थे। पड़ोसियों ने बताया कि ड्राइवर सुबह चलने की बात कह रहा था, लेकिन जातरूओं की मर्जी के अनुसार वे रात को ही रवाना हो गए।
चालक के चचेरे भाई जावेद ने बताया कि असलम सुबह बुकिंग लेकर अजमेर गए थे। शाम को करीब चार बजे उनसे बात हुई थी, तब उन्होंने कहा था कि वे अजमेर हैं। शाम को वे कोटा पहुंचे और रात 11 बजे फिर रामदेवरा के लिए चले गए। असलम में आठ साल का बेटा अरहान और साढ़े तीन साल की बेटी इकरा है।
हादसे की सूचना मिलने पर विधायक भवानीसिंह राजावत, उपमहापौर सुनीता व्यास व कोटड़ी व्यापार संघ अध्यक्ष आबिद कागजी सहित कई जनप्रतिनिधि मृतकों व घायलों के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे।