पानी में उतरने पर उस पर करीब आधा दर्जन ऊदबिलावों ने उस पर हमला कर दिया। उसके चीखने-चिल्लाने पर कुछ दूरी पर मछली पकड़ रहे मछुआरा शोर मचाते हुए युवक को बचाने दौड़ा तो ऊदबिलाव नदी में चले गए। उदबिलावों ने युवक को कई जगह काट खाया। उसके पैर, घुटनों समेत कई जगह जख्म हो गए। तेन्दुआ बस्ती निवासी युवक उसे सामुदायिक स्वास्थ्य के केंद्र ले गए जहां उपचार किया गया।
उदबिलावों के हमले का अनोखा मामला
लुप्तप्राय जीवों में शामिल उदबिलावों को मानव के समान व्यवहार करने के कारण ‘जलमानुषÓ की संज्ञा दी गई है। कुशल तैराक व अपने शर्मीले स्वाभाव के कारण यह पानी के भीतर ही रहते हैं और कभी-कभार ही देखे जाते हैं। क्षेत्र में इन जीवों द्वारा हमला कर किसी इंसान को घायल करने का यह अनोखा मामला है। क्षेत्र में ऐसी घटना पहली बार हुई है।
संभवत: उनके बच्चे होंगे वहां
उदबिलाब लुप्त होने की कगार पर हैं। ऐसे में इन जीवों का इतनी संख्या में एक साथ देखा जाना अच्छी खबर है। वहीं किसी इंसान पर हमला कर उसे घायल करने का यह अनोखा मामला है। उदबिलाब का तो स्वभाव है कि ये इंसानों को देखते ही छिप जाते हैं। संभवतया उस स्थान पर मादा उदबिलाब के बच्चे होंगे। इनकी सुरक्षा को खतरा महसूस होने पर उदबिलावों ने हमला किया होगा। वन्यजीव हमले में घायल युवक को नियमानुसार मुआवजा दिलवाया जाएगा।
अनुराग भटनागर, सहायक वन संरक्षक, वन्यजीव कोटा