थानाधिकारी ताराचंद ने बताया कि महावीर नगर विस्तार योजना निवासी रामचरण मीणा (55) बैंक ऑफ इंडिया नयापुरा शाखा में प्रबंधक थे। उनके मकान में 20 साल से पदम विजय किराए से दुकान लगा रहा है। दोनों के बीच दुकान खाली कराने को लेकर मामला अदालत में है। कुछ समय पहले दोनों ने क्रॉस केस भी दर्ज कराए थे जिनमें एफआर लग गई। बुधवार को रामचरण की पुत्री आकांक्षा ने रिपोर्ट दी कि पदम व उसके पुत्र ने मंगलवार को पिता से धक्का-मुक्की की और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। शाम को बैंक से आने पर फिर जान से मारने की धमकी दी।
डिप्रेशन में उनकी तबीयत बिगड़ गई। रात को निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां बुधवार सुबह मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि भय से हार्ट अटैक आने पर मौत हुई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच उप अधीक्षक राजेश मेश्राम कर रहे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
इधर, पदम विजय का कहना है कि दुकान खाली करने का मामला अदालत में विचाराधीन है। दबाव बनाने के लिए उनके और पुत्र के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने भी जान का खतरा होने की शिकायत थाने में दी हुई है।