दशहरा मैदान में आयोजित वुशू प्रतियोगिता में चम्बल योद्धा का खिताब जीतने वाली कोटा की बेटी अरूंधती चौधरी ने सर्बिया में 8 से 15 जनवरी के बीच आयोजित अन्तरराष्ट्रीय जूनियर यूथ बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के 60 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त कर विदेशी धरती पर देश का नाम रोशन किया है। इससे पहले अरूंधती 12 से 16 दिसम्बर के बीच यूक्रेन में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय जूनियर महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी है। कोच अशोक गौतम ने बताया कि अरूंधती के अलावा भारतीय टीम ने 8 स्वर्ण, 2 रजत, व तीन कांस्य पदक प्राप्त कर चैम्पियनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त किया। कजाकिस्तान में द्वितीय व सर्बिया में तृतीय स्थान पर रही।
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गर्व से सीना चौड़ा
बेटी के अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियों के कारण पिता सुरेश चौधरी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि पूरा भरोसा है कि उनकी बेटी ओलम्पिक में भाग लेकर देश का नाम रोशन करेगी। महाबली स्पोट्र्स अकेडमी अध्यक्ष डॉ. एल.एन. शर्मा, जिला वुशू संघ अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह हाड़ा, खेल अधिकारी अजीज पठान, जिला बॉक्सिंग संघ महासचिव देवीसिंह भाटी, राजस्थान मुक्केबाजी संघ अध्यक्ष फतेह सिंह, भारतीय मुक्केबाजी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेंद्र कुमार निर्वाण ने फोन पर अरूंधती का हौसला बढ़ाया।
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पिता का सपना करना है पूरा
पिता का सपना करना है पूरा
बेटी अरूंधती के पिता का सपना है वह आलम्पिक में भाग लेकर देश का नाम रोशन करे। इसके लिए वह जी तोड़ मेंहनत कर रही है। वह प्रतिदिन सुबह जल्दी उठ अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए तैयारी में जुट जाती है। पिता व उनके कोच को पूरा विश्वास है वह जरूर उनका सपना पूरा करेगी।